मुवादा में भव्य कलश यात्रा के साथ श्रीमद भागवत कथा का शुभारंभ, श्रीमद भागवत कथा ही एक ऐसा पवित्र ग्रन्थ जो जीवन के उद्देश्य एवं दिशा को दर्शाती है- कथा वाचक श्री राजोरा।
सिंगोली
Neemuch Hulchal
28 Apr 25 11:47 AM

सिंगोली:- नीमच जिले की सिंगोली तहसील का ग्राम मुवादा की पावन धरा पर परम् पूज्य पंडित श्री राजेश जी राजोरा के श्री मुख से संगीतमय श्रीमद भागवत ज्ञान गंगा महोत्सव के शुभ अवसर पर नगर में भव्य कलश यात्रा के साथ श्रीमद्भागवत कथा का शुभारंभ किया गया। कलश यात्रा प्राचीन चारभुजा नाथ मंदिर परिसर से शुरू हुई जो नगर के प्रमुख मोहल्ले से होते हुए कथा स्थल चारभुजा धर्मशाला परिसर पर वैदिक मंत्रोच्चार के साथ कलश स्थापित किये। कलश यात्रा में बड़ी संख्या में महिला श्रद्धालु पीले वस्त्र पहनकर व सिर पर कलश धारण कर शामिल हुईं। इससे पूर्व कथा स्थल पर हवन-पूजन किया गया।
इस दौरान भक्त श्रद्धालुओं ने भगवान चारभुजा नाथ का जयकारा बुलंद किया
श्रीमद भागवत कथा का शुभारंभ करते हुए परम् पूज्य पंडित राजेश जी राजोरा ने कहा कि श्रीमद भागवत कथा ऐसी कथा है जो जीवन के उद्देश्य एवं दिशा को दर्शाती है। इसलिए जहां भी भागवत कथा होती है इसे सुनने मात्र से वहां का संपूर्ण क्षेत्र दुष्ट प्रवृत्तियों से खत्म होकर सकारात्मक ऊर्जा से सशक्त हो जाता है। उन्होंने कहा कि कथा की सार्थकता तभी सिद्ध होती है, जब इसे हम अपने जीवन और व्यवहार में धारण करें। श्रीमद् भागवत कथा के श्रवण से जन्म जन्मांतर के विकार नष्ट होकर प्राणी मात्र का लौकिक व आध्यात्मिक विकास होता है।
कथावाचक श्री राजोरा महाराज ने बताया कि श्रीमद भागवत पुराण जो दुनिया मे सबसे बड़ा पवित्र ग्रन्थ है, यह अमर कथा है जिसको सुनने से हमारी ही नही अपितु हमारे पितरो का भी उद्धार हो जाता है ।जब हमारे बड़ो के पुण्य हमारे सामने आते है तो हमे संतो का सानिध्य मिलता है श्रीमद भागवत कथा हमे जीने की कला सिखाती है । श्रीमद भागवत कथा भगवान श्री कृष्ण के श्री मुख से निकली हुई मोक्षदायिनी है ।श्रीमद भागवत कथा के श्रवण मात्र से ही जन्म जन्मांतर के पाप नष्ट हो जाते है।
कथा के अंत मे समस्त ग्रामवासियों द्वारा श्रींमद भागवत की आरती पूजा अर्चना कर प्रसादी वितरण की गई।