ईमाम हुसैन की शहादत की याद मे रतनगढ मे मुस्लिम धर्मावलंबियों ने निकालें ताजिए, सोहार्द पूर्ण वातावरण मे मनाया मोहर्रम का मातमी पर्व !

  रतनगढ़
  Neemuch Hulchal
  08 Jul 25 03:57 PM
रतनगढ़ में मुस्लिम समाज के धर्मावलंबियों ने कर्बला की लड़ाई में पैगंबर मोहम्मद साहब के नवासे ईमाम हुसैन एवं उनके साथियों की शहादत की याद में मोहर्रम के मातमी पर्व के अवसर पर नगर में छोटी मस्जिद एवं बड़ी मस्जिद दोनों स्थानों से मुस्लिम समाज के वरिष्ठ जनो के नेतृत्व मे बैंड बाजे, ढोल, ताशो व लैझिम की मातमी धुन के साथ अलग-अलग ताजिए निकाले गए।इस अवसर पर समाज के नायब सदर सारिक भाई पठान, आजाद भाई, ईकरार भाई, असलम भाई अन्ना,शरिफशाह, अनिस खान पठान सहित बड़ी संख्या में मुस्लिम समाज के महिला-पुरुष व युवक- युवतियों की उपस्थिति में जाट, गरवाड़ा, रतनगढ आदि स्थानों के अखाड़ों के कलाकारों द्वारा स्थानीय गांधी चबुतरे के सामने सब्जी मंडी परिसर पर हैरत अंगेज करतब दिखाए गए।इस दौरान एक दिन पूर्व रात्रि में एवं सुबह मुस्लिम समाज जनो द्वारा कई स्थानो पर अलग- अलग छबिल लगाकर शीतल जल व शर्बत पिलाया गया।सुबह 10 बजे से छोटी व बड़ी दोनो मस्जिदो से निकाले गए ताजियो को पूर्व निर्धारित सभी प्रमुख मार्गो से होते हुए सोहार्द पूर्ण वातावरण मे निकाला गया।दोनो मस्जिदों से निकाले गए ताजियो के कांरवो का दोपहर मे स्थानीय सदर बाजार स्थित झंडा चौक में आकर एक साथ मिलन हुआ।यहां पर समाज के वरिष्ठ जनो द्वारा सभी अखाड़ों के उस्तादों एवं प्रमुख लोगों के साफा पहनाकर सम्मान किया गया।जहां से दोनों ताजियो का कारवां एक साथ झंडा चौक सदर बाजार से होते हुए पुनः देर शाम अपने-अपने निर्धारित गंतव्य स्थानों पर पहुंचा।जहां से देर रात्रि मे पुनःमुस्लिम समाज के महिला पुरुषों द्वारा इबादत के पश्चात करबला ठंडा करने के लिए ले जाया गया।पूरे आयोजन के दौरान तहसीलदार बी. एल.डाबी,रतनगढ थाने से श्याम सिंह नागलोद,कस्बा पटवारी विनय तिवारी, पुलिस आरक्षक संदिप जाट क्षेत्र के सभी चोकीदार,नगर परिषद कर्मचारी आदि डटे रहे।पुलिस प्रशासन की व्यवस्था भी पूरी तरह से चाक-चौबंद रही।इस दौरान पूरा स्टॉप मुस्तेदी से डटा रहा।