श्री पार्श्वनाथ भगवान का मोक्ष कल्याणक महोत्सव बड़े धूमधाम के साथ मनाया गया, श्री पार्श्वकथा का अखण्ड पाठ के साथ 44 मण्डलीय विधान सम्पन्न।
सिंगोली
Neemuch Hulchal
01 Aug 25 07:36 AM

सिंगोली। नगर के श्री पार्श्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर पर आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज आचार्य ज्ञैयसागर सागर जी महाराज व अर्ह योग प्रणेता मुनिश्री प्रणम्य सागर जी महाराज के आशीर्वाद से गुरु मां आर्यिका श्री प्रशममति माताजी व आर्यिका उपशममति माताजी ससघ के सानिध्य में श्री पार्श्वनाथ भगवान का मोक्ष कल्याणक महोत्सव बड़े भक्ति भाव के साथ मनाया गया। समाज के अनिल सामरिया व पारस ठोला ने बताया कि 30 जुलाई को माताजी ससघ के सानिध्य में प्रातः काल 6 बजें से श्री पार्श्वकथा का अखण्ड पाठ चला जो 31 जुलाई गुरूवार को प्रातः काल 6 बजें तक सम्पन्न हुआ जिसमें समाजजनों ने पाठ में बैठ कर इस आयोजन को भव्यता के साथ सम्पन्न कराया वही पार्श्वकथा का अखण्ड पाठ नगर मे पहली बार हुआ जिससे समाजजनों में काफ़ी उत्साह का वातावरण था वही 31 जुलाई गुरूवार को माताजी ससघ के सानिध्य में प्रातः काल 6:30 बजे श्री जी अभिषेक व शान्ति धारा हुई प्रथम शान्ति धारा करने का सौभाग्य धापुबाई सुरेश जी बगड़ा (भाया) परिवार को प्राप्त हुआ दुसरी शान्ति धारा करने का सोभाग्य सुरेशचंद्र कुमार मनोज कुमार ताथेडिया परिवार को प्राप्त हुआ तीसरी शान्ति धारा करने का सोभाग्य पुष्प कुमार जी सचिन कुमार ठग परिवार को प्राप्त हुआ चतुर्थ शान्ति धारा करने का सोभाग्य अनिल कुमार जी चिराग कुमार जी सामरिया परिवार को प्राप्त हुआ व उसके बाद मुनिश्री प्रणम्य सागर जी महाराज द्वारा रचित श्री कल्याण मन्दिर 44 मण्डलीय विधान में प्रमुख सोधर्म इंद्र बनने का सौभाग्य सुरेशचंद्र जी बगड़ा (नगर परिषद अध्यक्ष) परिवार को प्राप्त हुआ उसके बाद मण्डलीय पर कलश रखने के लिए आजीवन रात्रि का त्याग करने का सोभाग्य दिलीप कुमार जी साकुण्या परिवार को प्राप्त हुआ चार कोनों पर कलश रखने का समाजजनों को सोभाग्य प्राप्त हुआ वही मण्डलजी पर शात्र रखने का सोभाग्य आजीवन रात्रि भोजन त्याग करने वाले अनिक ठोला को प्राप्त हुआ वही उसके बाद 44 मण्डलीय विधान बडे धुमधाम के साथ प्रारंभ हुआ वही भक्ति भाव के साथ मधुर मधुर भजनों के साथ अभिषेक ठोला व महावीर जैन ने संगीतमय के साथ 44 मण्डलीय विधान मे 44 जोड़े के साथ विधान में समाजजन बैठे जो नगर मे पहली बार ऐसा विधान हुआ वही माताजी ससघ के मंगल प्रवचन भी हुए सम्पूर्ण धार्मिक आयोजन श्री शान्तिसागर सभा मण्डपम श्री विद्यासागर सन्त निलय पर आयोजित हुआ इस अवसर पर आस पास के नगरो के समाजजन उपस्थित थे।