*विद्या भारती संघ का दूसरा सबसे बड़ा अनुषांगिक संगठन-श्री मेघवाल जिला कार्यवाह आरएसएस नीमच* *ग्राम भारती का मुख्य उद्देश्य भैया- बहिनो मे नैतिक व अध्यात्मिक शिक्षा को बढावा देना है।-श्री विश्वकर्मा जिला प्रमुख ग्राम भारती नीमच* ...(✍️निर्मल मूंदड़ा रतनगढ*) विश्व की सबसे बडी शेक्षणिक संस्था विद्या भारती मालवा प्रांत के नीमच जिला ग्राम विकास शिक्षण समिति के तत्वावधान मे सात दिवसीय नवीन आचार्य प्रशिक्षण व अंग्रेजी स्पोकन शिक्षण वर्ग दिनांक 27 अप्रैल 2024 से प्रारंभ होकर आगामी 3 मई 2024 तक सरस्वती शिशु मंदिर ग्राम उमर में आयोजित हो रहा है।जिसमे नीमच जिला ग्राम भारती के प्रत्येक विद्यालय से नवीन आचार्य दीदी एवं अंग्रेजी स्पोकन प्रशिक्षण के लिए अनिवार्य रूप से एक आचार्य या दीदी इस प्रशिक्षण में उपस्थित होकर प्रतिदिन प्रातः 5 बजे जागरण से रात्रि 10 बजे दिप विसर्जन तक विभिन्न सत्रो में अनुभवी विषय विशेषज्ञों से प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं।इस दौरान प्रतिदिन उद्घाटन सत्र,वंदना सत्रो सहित अन्य सत्रो मे मुख्य अतिथियो के रुप मे राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के जिला कार्यवाह मुकेश मेघवाल, ग्राम भारती तहसील प्रमुख कन्हैयालाल विश्वकर्मा, निशांत जोशी सिंगोली,चंद्र प्रकाश सोनी एवं सोनू जोशी सिंगोली, गोवर्धन चारण उपाध्यक्ष ग्राम भारती नीमच,वर्ग संयोजक प्रहलाद आगार उमर, राजेन्द्र धाकड़ उप सरपंच ग्राम पंचायत उमर,महेश विश्वकर्मा जिला प्रमुख ग्राम भारती नीमच सभी अतिथियों ने पिछले तीन दिनों में आयोजित प्रशिक्षण के दौरान मां सरस्वती के श्री चरणों में दीप प्रज्वलन कर वर्ग का शुभारंभ कर विभिन्न सत्रो मे बौद्धिक दिया।सभी अतिथियो का परिचय व स्वागत नंदकिशोर सोनी वर्ग शिक्षण प्रमुख,सुनिल पुरोहित वर्ग बौद्धिक प्रमुख,केलाश नागदा वर्ग प्रचार प्रसार एवं जल व्यवस्था प्रमुख, बगदीराम कारपेंटर वर्ग अतिथि प्रमुख उमेश नागदा आचार्य गिरदौड़ा,शिवलाल मानपुरा व स्वागत केशुराम रावत वर्ग भोजन प्रमुख, प्रहलाद सिंह राठौड़ वर्ग मुख्य शिक्षक, शिक्षार्थियों की ओर से विनोद धाकड़ व कालूलाल मेघवाल द्वारा किया गया।इस दौरान जिला प्रमुख महेश विश्वकर्मा के द्वारा शिशु मंदिर की महती योजना की जानकारी देते हुए बताया कि विद्या भारती पूरे देश भर में शिक्षा के क्षेत्र में शासन के पश्चात प्रथम अग्रणी संस्था है।शिशु मंदिर योजना पांच आधारभूत विषयो को लेकर चलाई जा रही है। जिसमें सर्वप्रथम शारीरिक शिक्षा,योग शिक्षा,संगीत शिक्षा, संस्कृत शिक्षा और नैतिक आध्यात्मिक शिक्षा को विशेष रूप से बढावा देते हुए शिक्षण कराया जाता हैं।इसमे शिक्षा ग्रहण कर निकलने वाला विद्यार्थी देश समाज व राष्ट्र की रक्षा के लिये सदैव अग्रणी पंक्ति मे खड़ा मिलता है।कार्यक्रम का संचालन वर्ग शिक्षण प्रमुख नंदकिशोर सोनी द्वारा किया गया।