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परसौरा और बेली में हो रहा रेत का अवैध उत्खनन और संग्रहण, अधिकारियों के संरक्षण में बढ़ा रेत का अवैध कारोबार !

उमरिया जिले के बिरसिंहपुर पाली ब्लॉक के ग्राम बेली परसौरा गोयरा अमहा में रेत का अवैध उत्खनन कर संग्रहण और परिवहन किया जा रहा है जिसमें जिम्मेदार विभाग की भूमिका सामने आई है। जानकारी के मुताबिक प्रशासन के मिलीभगत से नदी नालों में तेजी से रेत का उत्खनन कर सुबह और देर रात्रि में परिवहन किया जाता है। पुष्ट सूत्र बताते है कि उक्त स्थलों में रेत का उत्खनन कर जगह जगह आबादी क्षेत्र में स्टॉक कर लिया जाता है जिसे तय स्थानों में देर रात्रि तक पहुंचाया जाता है। क्षेत्र में चल रहे विभिन्न निर्माण कार्यो में भी चोरी के रेत का धडल्ले से प्रयोग हो रहा है किंतु उसकी जांच न करने से शासन की राजस्व आय को क्षति पहुंच रही है। पाली ब्लॉक में एक भी रेत खदान संचालित नहीं है फिर भी ट्रेक्टर के माध्यम से रेत की सप्लाई हो रही है। एक जानकारी के मुताबिक इस कारनामें में वन विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी भी अपना योगदान देने में कोई परहेज नहीं कर रहे जो अवैध उत्खनन रोकने के नाम पर क्षेत्र का भ्रमण करते है लेकिन उस भ्रमण कार्यक्रम में रेत कारोबारियों का हौसला अफजाई भी करते है जो चर्चा का विषय बना हुआ है। पाली ब्लॉक के विभिन्न ग्रामीण अंचलों में स्थित खेतों और सुरक्षित स्थानों में लगे रेत के ढेर यह प्रमाण देते है कि रेत का कारोबार किस तरह तीव्र गति से जारी है। क्षेत्र से लगे छोटी बड़ी नदियों और नालों को छलनी कर रेत माफिया लाखों कमा रहे है पर सरकार को व्यापक हानि पहुंच रही है। सूत्र बताते है कि संबंधित अधिकारियों को जब उत्खनन और परिवहन की जानकारी से अवगत कराया जाता है तो वह अवैध रेत कारोबारियों को पहले ही सचेत कर खानापूर्ति कार्यवाही को अंजाम देते हैं। बता दे कि बीते महीने कलेक्टर उमरिया के निर्देश पर राजस्व और खनिज अधिकारियों की टीम द्वारा अवैध रेत संग्रहण के मामले में बड़ी कार्यवाही की गई थी जिसके बाद आज तक कोई प्रभावी कार्यवाही नही हुई जिससे यह अवैध कारोबार फिर से आरंभ हो गया है। यहां होता है रेत का संग्रहण जानकारी के मुताबिक क्षेत्र में रेत का अवैध परिवहन कर नगरीय क्षेत्र से लगे वार्ड 4 के डोंगरिया टोला खलौंध नगर के विभिन्न वार्डो में स्थित सुरक्षित स्थानों क्षेत्र के ईंट भट्ठे के आसपास रेत का संग्रहण करने के उपरांत चोरी से परिवहन किया जाता है वहीं पाली ब्लॉक के ग्राम बेली में विभिन्न स्थलों पर रेत के स्टॉक सुरक्षित कर अवैध व्यवसाय किया जाता है। इसके अलावा घुनघुटी वन परिक्षेत्र के अंतर्गत ग्राम मालाचुआ ओदरी बकेली ममान खिचखिड़ी से लगे क्षेत्र में अवैध रेत व्यवसाय हावी है। सोना के भाव बिक रहा रेत क्षेत्र में निर्माणाधीन भवन सहित अन्य निर्माण कार्य में उपयोग किए जा रहे रेत के बारे में बताया जाता है कि एक ट्रेक्टर रेत 6 से 7 हजार रुपए ट्रॉली मिलती है जिसका कोई वैध दस्तावेज नहीं दिया जाता। बहरहाल इस अवैध कारनामें में जिले के वरिष्ठ अधिकारी कब तक संज्ञान लेते है यह तो उन्हीं पर निर्भर है।

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