जिला कलक्टर निशान्त जैन की अध्यक्षता एवं जिला प्रमुख राजेश कुमार के आतिथ्य में बुधवार को कलेक्ट्रेट सभागार में विश्व जल दिवस पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिला प्रमुख राजेश कुमार ने कहा कि वर्तमान में हमें जल स्त्रोतों का बेहतर प्रबंधन करने की आवश्यकता हैं जिसके परिणामस्वरूप जल संरक्षण को प्राथमिकता के साथ सुनिश्चित किया जा सकें। उन्होंने जिले में सरकारी योजनाओं के तहत जलग्रहण एवं जलसंग्रहण के अधिक से अधिक कार्य करवाते हुए योजनाओं से आम नागरिकों को लाभान्वित करने की बात कही। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिला कलक्टर निशान्त जैन ने कहा कि वर्तमान पीढ़ी एक बेहतर भविष्य के लिए दैनिक जीवन में जल संरक्षण का महत्व समझें तथा बेहतर जल प्रबंधन के माध्यम से आमजन में जल संरक्षण के प्रति सकारात्मक जागरूकता का संचार किया जावें जिसके परिणामस्वरूप जल का दुरूपयोग रूक सकें। उन्होंने जल संरक्षण व जल संग्रहण की शपथ दिलवाते हुए जल संरक्षण की बात कही। जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी संजय कुमार वासु ने विश्व जल दिवस की थीम “परिवर्तन में तेजी“ के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए विश्व जल दिवस 2023 को ‘बी द चैंज’’ अभियान के तहत मनाये जाने का आह्वान किया। कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक आर.बी.सिंह ने कृषि विभाग की विभिन्न योजनाओं यथा-फव्वारा व बूंद-बूंद सिंचाई पद्धति, डिग्गी, फार्म पौण्ड व ड्रिप इत्यादि के बारे में जानकारी दी। उन्होंने जल संरक्षण के लिए हमें अधिकाधिक संख्या में सघन वृक्षारोपण करने की आवश्यकता हैं जिससे भू-गर्भ स्थित जल की मात्रा में वृद्धि को सुनिश्चित किया जा सके। उन्होंने वर्षा जल के संग्रहण एवं संचय की उपयोगिता की बात कही। वाटरशेड के परियोजना प्रबंधक एवं अधीक्षण अभियंता अरूण कुमार आमेटा ने पॉवर पोईन्ट प्रीजेन्टेशन के माध्यम से विश्व जल दिवस के इतिहास, उद्देश्य व थीम इत्यादि के बारे में विस्तार से जानकारी दी। कार्यशाला के अंत में अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी कंवरलाल सोनी ने वर्तमान परिपेक्ष्य में विश्व जल दिवस की महत्ता के बारे में अवगत करवाते हुए सभी का आभार जताया। इस अवसर पर जलदाय विभाग के अधीक्षण अभियंता ताराचन्द कुलदीप, अधिशाषी अभियन्ता गजेन्द्र सिंह शेखावत, जिला परिषद के अधिशाषी अभियन्ता (अभियान्त्रिकी) सोहम शर्मा, अधिशाषी अभियन्ता (जलग्रहण) दिलीप कुमार वर्मा, जल संसाधन विभाग के अधिशाषी अभियंता सुनिल रतनानी, जिला परिषद पंचायतीराज (सी.डी.)के सहायक अभियन्ता कुलवन्त कालमा, राजीविका की जिला परियोजना समन्वयक चिदम्बरा परमार सहित सम्बन्धित विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी, विद्यार्थी तथा ग्राम पंचायत बागरा व बीबलसर के सरपंच उपस्थित रहे। जिलेभर में जल संचय योजना में चयनित ग्राम पंचायतों में श्रमदान व शपथ का हुआ आयोजन --------------------------------------------------------------------- राजीव गांधी जल संचय योजना द्वितीय चरण में चयनित रानीवाड़ा ब्लॉक की ग्राम पंचायत कागमाला, आहोर की ग्राम पंचायत अजीतपुरा, सरनाऊ की ग्राम पंचायत कोटडा, बागोड़ा की ग्राम पंचायत राह, सांचौर की ग्राम पंचायत चौरा, चितलवाना की ग्राम पंचायत डूंगरी, सायला की ग्राम पंचायत ओटवाला, जालोर के ग्राम धवला, भीनमाल की ग्राम पंचायत दांतीवास तथा जसवन्तपुरा की ग्राम पंचायत चान्दूर के अमृत सरोवरों पर श्रमदान व जल शपथ कार्यक्रम सम्बन्धित पंचायत समिति के प्रधान व संबंधित ग्राम पंचायतों के सरपंचों व अन्य जनप्रतिनिधियों तथा उपखण्ड अधिकारी, विकास अधिकारी, तहसीलदार, सहायक अभियन्ता जलग्रहण सहित सम्बन्धित ब्लॉक के ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों की उपस्थिति में आयोजन किया गया। इस दौरान राज्य ग्रामीणों को सरकार की फ्लैगशिप योजनाओं की जानकारी देकर उनका अधिक से अधिक लाभ लेने का आह्वान किया गया। इसी प्रकार इस योजना के द्वितीय चरण के तहत चयनित 31 ग्राम पंचायतों व 59 गांवों में विश्व जल दिवस का आयोजन करते हुए इन 31 ग्राम पंचायतों की राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालयों में स्कूली छात्र-छात्राओं को जल शपथ दिलवाई गई तथा जलसंग्रहण व उससे सम्बन्धित विषयों पर निबन्ध लेखन, चित्रकला, भाषण, वाद-विवाद, संगोष्ठी इत्यादि प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाकर प्रथम एवं द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को पुरूस्कार व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।