जिला कलक्टर निशांत जैन के निर्देशानुसार जिला एवं ब्लॉक अधिकारियों द्वारा शुक्रवार को विभिन्न विद्यालयों में निरीक्षण कर स्मार्ट क्लास के संचालन व आईसीटी लैबों की क्रियाशीलता एवं व्यवस्थाएँ जांची गई। विषयाध्यापकों की कमी को दूर करने के लिए राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालयों में स्मार्ट क्लासेस में “ज्ञानकोश ई-कंटेंट“ की सहायता से अध्यापन करवाने एवं बच्चों को कठिन विषयों को समझने में मदद मिल सकें, इस उद्देश्य से जिला कलक्टर के निर्देश पर शुक्रवार को जिले के विद्यालयों में ऑनलाइन शिक्षण के लिए संचालित आईसीटी लैब की क्रियाशीलता एवं व्यवस्थाओं के संबंध में जिला एवं ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों द्वारा औचक निरीक्षण कर व्यवस्थाएं जांची गई। वही शिक्षा विभाग के अधिकारियों द्वारा भी विद्यालयों में पहुँच व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया गया। शुक्रवार को बागोड़ा उपखण्ड अधिकारी गरिमा शर्मा द्वारा नरसाणा व धुम्बडिया, सायला उपखण्ड अधिकारी सूरजभान विश्नोई द्वारा मोखनी खेड़ा व वालेरा, जसवंतपुरा उपखंड अधिकारी सिद्धार्थ सांदू द्वारा कलापुरा, रानीवाड़ा एसडीएम कुसुमलता चौहान द्वारा जाखड़ी व धामसीन, चितलवाना उपखण्ड अधिकारी हनुमानाराम द्वारा डावल, विकास अधिकारी सायला मनमोहन मीणा द्वारा तूरा, विकास अधिकारी बागोड़ा द्वारा जैसावास व नांदिया राउमावि विद्यालयों में निरीक्षण कर आईसीटी लैबों की व्यवस्थाएँ जांची गई। अधिकारियों द्वारा विद्यालयों में निरीक्षण के दौरान ई शिक्षण में प्रोजेक्टर का उपयोग, शेयर कंप्यूटर डिवाइस, सेवाप्रदाता के एमआईएस/हेल्पलाइन का उपयोग, कम्प्यूटर लैब में निर्धारित पंजिकाओं का संधारण, ब्रॉडबैंड व्यवस्था, कम्प्यूटर लैब के लिए आवश्यक स्टेशनरी, स्मार्ट वर्चुअल क्लास रूम की क्रियाशीलता व संचालन से संबंधित व्यवस्थाओं का अवलोकन कर आवश्यक निर्देश दिए गए। अधिकारियों द्वारा आईसीटी लैब में फर्नीचर, मॉनिटर, सीपीयू, प्रिंटर, स्कैनर, वेब कैम, शेयर कप्प्यूटिंग डिवाइस, राउटर, ब्रॉडबैंड मॉडम, प्रोजेक्टर, सोलर पैनल, यूपीएस/बैटरी, सी बैण्ड एन्टीना, टीवी, सेट टॉप बॉक्स, की-बोर्ड, माउस, ऑपरेटिंग सिस्टम व अन्य उपलब्ध सॉफ्टवेयर आदि सुविधाओं की उपलब्धता की जांच की गई।