एक्रोपोलिस इंस्टिट्यूट में अत्याधुनिक डिजिकॉम एक्रोपोलिस सेमीकन्डक्टर लैब व एआईसीटीई आईडिया लैब का उद्घाटन मध्यप्रदेश के एमएसएमई तथा साइंस एंड टेक्नोलॉजी मिनिस्टर श्री ओमप्रकाश सखलेचा द्वारा किया गया। श्री सखलेचा जी ने अत्याधुनिक लैब का निरीक्षण किया और नवीनतम टेक्नोलॉजी वाली मशीनों और साफ्टवेयर के बारें में जानकारी प्राप्त की उद्घाटन समारोह में संबोधित करते हुए मंत्री श्री सखलेचा ने कहा कि तकनीकी दुनिया बड़ी ही तेजी से विकास कर रही है यदि हमें कॉम्पिटिशन करना है तो नए आइडिया, स्कील्स के साथ आगे बढना होगा। उन्होंने कहा कि दुनिया के 50 प्रतिशत युवा भारत में है, एक रिसर्च के अनुसार भारत के स्टूडेंट्स अन्य देशों के स्टूडेंट्स से कई गुना बेहतर है, जिनके पास स्कील्स, केपेसिटि, नए आईडिया भी है बस इन्हें सही मार्गदर्शन की जरूरत है। उनके अनुसार भारत में सेमीकन्डक्टर के क्षेत्र में भविष्य में लाखों रोजगार की संभावनाएं है। उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में तेजी से बढ रहे भारत में इंदौर के एक्रोपोलिस संस्थान के योगदान की भी सराहना की डिजिकॉम सेमीकन्डक्टर प्रा.लि. के मैनेजिंग डायरेक्टर सौरभ ढिंगरा ने मंत्री श्री सखलेचा को मोमेन्टो भेंट किया। इस मौके पर श्री माधवेन्द्र शान भटनागर, मोहित बंसल, पुलकित दुबे, प्रो.एम.के दूबे, डॉ. जयंतीलाल भण्डारी, प्रो. अतुल भरत विशेष रूप से उपस्थित थे। डिजिकॉम एक्रोपोलिस सेमीकन्डक्टर लैब की जानकारी देते हुए डायरेक्टर डॉ. एस.सी शर्मा व विभागाध्यक्ष डॉ. यूबीएस चन्द्रावत ने बताया कि बिना सेमीकन्डक्टर के लगभग कोई भी इलेक्ट्रॉनिक उपकरण बनाना संभव नहीं हैं आज के तकनीकी दौर में सभी इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में सेमीकंडक्टर का इस्तेमाल किया जाता है। सेन्ट्रल इंडिया में एक्रोपोलिस ही एकमात्र इंस्टिट्यूट है जहां डिजिकॉम सेमीकंडक्टर द्वारा एमओयू साईन कर लैब स्थापित की गई है। इस लैब में सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री में लगने वाली माइक्रोचीप, इंटीग्रेटेड सर्किट डिजाइनिंग की उच्चस्तरीय ट्रैनिंग तकनीकी विशेषज्ञों द्वारा दी जाएगी ताकि इलेक्ट्रानिक्स व आईओटी के स्टूडेंट्स को अपने शिक्षण के साथ ही इस विषय में सम्पूर्ण प्रेक्टिकल नॉलेज इंस्टिट्यूट में ही मिल सकें। इस लैब में माइक्रोचीप इंडस्ट्री में प्रयोग होने वाले नामी कम्पनी कैडेंस के अत्याधूनिक डिजाईन टूल की भी ट्रैनिंग दी जाएगी। इसी प्रकार एआईसीटीई आइडिया लैब की जानकारी देते हुए प्रो. अतुल भरत व प्रो. गौरव चैतन्य ने बताया कि एआईसीटीई द्वारा मान्यता प्राप्त आइडिया डेवलपमेंट, इवैल्यूएशन एंड एप्लीकेशन (आईडीईए) लैब स्टूडेंट्स को विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित (एसटीईएम) के मूल सिद्धांतों के उपयोग एवं अनुभव को बढ़ाने, सीखने और उत्पाद बनाने की दिशा प्रोत्साहित करेगी। यह लैब यूनिक आयडिया को प्रेक्टिकल के साथ प्रोटोटाइप में कन्वर्ट करने में अत्यधिक लाभकारी होगी। एक्रोपोलिस की अत्याधुनिक इस लैब से कॉलेज स्टूडेंट्स, एमएसएमई व इंडस्ट्री से जुडें लोगों को प्रोडक्ट डिजाईन, डॅवलपमेंट और स्कील्स प्रोग्राम्स में लाभ मिलेगा।