Neemuchhulchal ✍️✍️ (रिपोर्टर हुकुम सिंह) हिमांशु तिवारी आदिवासी बच्चों को दे रहे फ्री कोचिंग, घर पर ही खोली निःशुक्ल क्लास उमरिया -न प्रसिद्धि पाने की चाह और न ही किसी प्रकार का स्वार्थ। मकसद है तो समाज व देश के लिए कुछ करने का।इस उद्देश्य से सामाजिक और आर्थिक रूप से पिछड़े बच्चों सहित समाज के बच्चों को निशुल्क शिक्षा देने का अलख जगा रहे है। शिक्षा किसी भी समाज या राष्ट्र के उत्थान के लिए बेहद जरूरी है। बिना शिक्षा एक बेहतर समाज व राष्ट्र की परिकल्पना नहीं की जा सकती। ऐसे ही उमरिया जिले के एक युवा की कहानी है जो गरीब और असहाय बच्चों के लिए अपने समय और जीवन को समर्पित कर रहे हैं।इस युवा का नाम हिमांशु तिवारी है, और वह उन बच्चों को मुफ्त में शिक्षा प्रदान कर रहे हैं जो वित्तीय रूप से कमजोर हैं।इसका उद्देश्य गरीब और समाज के पिछड़े बच्चे को मुफ्त ट्यूशन देकर उन्हें पढ़ाई में बेहतर बनाना है।उन्होंने देखा कि कई गरीब बच्चे शिक्षा के क्षेत्र में आगे नहीं बढ़ पा रहे हैं क्योंकि उनके पास शिक्षा प्राप्त करने के लिए पर्याप्त संसाधन नहीं हैं. उन्होंने इस समस्या का समाधान निकालने के लिए निर्णय किया कि वह फ्री में शिक्षा प्रदान करेंगे. वे उमरिया जिले के विभिन्न क्षेत्रों से आने वाले गरीब और असहाय बच्चों के लिए शिक्षा क्लासेस आयोजित करते हैं, और इसके लिए कोई भी शुल्क नहीं लेते हैं। युवा हिमांशु तिवारी का मानना है कि शिक्षा एक ऐसा अस्त्र है जिससे जीवन की बुलंदियों को छुआ जा सकता है। यहां पढ़ने वाले छात्रों को पठन-पाठन की सामग्री भी उपलब्ध कराई जाती है। हम लोगों ने गांव-गांव में घूम कर उन तमाम बच्चों का सर्वे किया जो कहीं न कहीं शिक्षा क्षेत्र से वंचित होने के कगार पर दिखे. उन की सूची बनाकर अपने कोचिंग में प्रवेश दिया गया. हम लोग यह नहीं सोचे थे कि इस कार्य में हमें इतनी बड़ी सफलता मिलेगी।जिले व नगर वासियों के द्वारा सराहना भी की जा रही है।