बन्शीलाल धाकड़ राजपुरा चित्तौड़गढ़। रविवार को राधाकृष्णन शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष विजय सोनी रहे चित्तौड़गढ़ प्रवास पर। प्रदेशाध्यक्ष जी के नेतृत्व में अजमेर से प्रदेश महामंत्री अमिताभ सनाढ्य , प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य अजय शर्मा अजमेर से चित्तौड़गढ़ में प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्री प्रमोद जी गौड़ के पूज्य पिताजी के आकस्मिक देवलोकगमन होने पर चित्तौड़गढ़ निवास स्थान पर पहुंचकर सम्पूर्ण प्रदेश कार्यकारिणी राधाकृष्णन की ओर से श्रद्धासुमन अर्पित किए । एवं शोक संवेदना व्यक्त कर श्री गौड़ को सांत्वना प्रदान की। प्रदेश समिति के प्रदेश पदाधिकारियों के साथ अजय जी शर्मा,प्रदेश संगठन मंत्री श्री लाल सिंह अमराना,जिलाध्यक्ष दुर्गा प्रसाद गौड़ ,जिला मंत्री कान सिंह सुवावा सहित शिक्षक साथी उपस्थित रहे। प्रवास के दौरान शिक्षिका सेना जिला संयोजिका चित्तौड़गढ़ श्रीमती जुला लोढ़ा के निवास स्थान पर संगठन के प्रमुख पदाधिकारियों के साथ बैठक आयोजित की । बैठक की अध्यक्षता दुर्गा प्रसाद गौड़ ने की । कार्यक्रम कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रदेशाध्यक्ष विजय सोनी , विशिष्ट अतिथि प्रदेश महामंत्री अमिताभ सनाढ्य, प्रदेश कार्यकारिणी अजय शर्मा, प्रदेश संगठन मंत्री लाल सिंह अमराणा , शिक्षिका सेना की जिला संयोजिका जुला लोढ़ा थी । जिला महामंत्री कान सिंह सुवावा ने बताया कि बैठक में कई विषयों पर शिक्षक हितों पर गम्भीरता से विचार विमर्श कर बैठक का क्रियान्वयन किया। सभा में शिवकुमार वैष्णव, प्रेम चन्द्र सालवी, लोकेंद्र भानु सिंह राव, तिलकेश टेलर ,शुभम तरावत , उप शाखा अध्यक्ष सुनील पलोड़,धर्मेंद्र सिंह तंवर, टी एन व्यास, रेखा सेठी , अनीता वैष्णव, हेमलता गौड, चंचल बिड़ला, प्रियंका तारावत , रत्ना ककरेचा उपस्थित पदाधिकारियों की समस्याओं के बारे में विस्तार से चर्चा की। उनका संचालन जिला महामंत्री कान सिंह सुवावा ने किया तथा आभार जिला संयोजिका जुला लोढ़ा ने प्रकट किया। सभा समाप्ति के बाद संगठन के चित्तौड़गढ़ जिला शाखा के सभाध्यक्ष शैलेंद्र निगम के सेवानिवृत्ति के अवसर पर उनके निवास स्थान पर पहुंचकर संपूर्ण राधाकृष्णन परिवार की ओर से साफा पहनाकर, शाॅल, ऊपरणा ओढ़ाकर हार्दिक स्वागत और अभिनंदन किया गया । इस अवसर पर पारिवारिक माहौल में समस्त पदाधिकारियों के साथ परिजनों से मुलाकात की और श्री निगम साहब को आगामी जीवन के लिए शुभकामनाएं प्रेषित की। उनको संगठन को मार्गदर्शन करने के लिए निवेदन किया। और अपने भावी जीवन मे सामाजिक आध्यात्मिक और संगठनात्मक दायित्व के निर्वहन में सहयोग के लिए सदैव तत्पर रहने के लिए विश्वास दिलाया।