जावद। भाजपा विधायक ओम प्रकाश सकलेचा को सियासत विरासत में मिली हुई है। वे जावद विधानसभा सीट पर लगाकातार चार बार से काबिज हैं। जावद विधानसभा सीट पर हमेशा से सकलेचा परिवार का कब्जा रहा है। चुनावी राजनीति का इतिहास खंगाला जाए तो यह सीट ज्यादतर समय भगवा पार्टी के ही कब्जे में रही है। ऐसे में मध्य प्रदेश की सत्ता पर काबिज होने की चाहत रखने वाली कांग्रेस भाजपा को चौका लगाने से रोकना चाहेगी। अब जावद विधानसभा क्षेत्र के भाजपा प्रत्याशी ओमप्रकाश सकलेचा 2023 के यह होने वाले चुनाव में सीधे कांग्रेस के उम्मीदवार समंदर सिंह पटेल को कर देंगे। तो आखिर देखना होगा कि किसका बजेगा डंका और किसकी निकलगी राड। विरासत में मिली है राजनीति ओम प्रकाश सकलेचा का जन्म 3 अक्टूबर 1958 को वीरेंद्र कुमार सकलेचा और चेतन सकलेचा के घर हुआ। उन्होंने 1979 में दिल्ली विश्वविद्यालय से वाणिज्य में स्नातक की उपाधि प्राप्त की।10 दिसंबर 1982 को बॉम्बे यूनिवर्सिटी की स्वर्ण पदक विजेता संगीता सकलेचा से शादी की। ओम प्रकाश और संगीता सकलेचा के दो बच्चे हैं, बेटी, त्रिशा सखलेचा और बेटा, ऋषभ सकलेचा। 10 साल की सजा कांग्रेस से बगावत कर बने थे मंत्री जून 2020 में उन्हें मध्य प्रदेश में बनी शिवराज सिंह चौहान सरकार में कैबिनेट मंत्री नियुक्त किया गया था, जब ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपने 22 विधायकों के साथ कांग्रेस के खिलाफ बगावत कर दी थी और कमलनाथ सरकार गिरा दी थी। वर्तमान में वे अभी शिवराज सिंह चौहान सरकार में एमएसएमई के साथ विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री हैं।