Neemuchhulchal रंगारंग कार्यक्रम । कहीं खुशी कहीं गम । कही राम तो कही काम तमाम । गांधी परिवार का आखिरी चुनाव । कयी दल खत्म हो जायेंगे । एक तरफ रामभक्तों का दल होगा । एक तरफ धरती के बोझ कम्बख्तों का दल होगा । एक तरफ हर मंदिरों मे रौनक और चहलपहल होगी और दुसरी तरफ मस्जिदों मे मातम पसरा होगा । मोदीजी ने ऐसा फंसाया कि ना निगलते बने । ना उगलते । राममंदिर का उद्घाटन का मुहूर्त भी चुनाव से ठीक पहले । अगर गये तो मुस्लिम वोट कटेंगे । और ना गये तो हिंदु विरोधी कहलायेंगे आधा विपक्ष तो तनाव मे सो भी नही पाता होगा । राम और रावण का युद्ध फिर से देखने मिलेगा । जिसमे रावण भी मरेगा । और पाप की लंका भी जलेगी । हनुमान जी सबसे बदला लेंगे अजीब चुनाव होगा केजरीवाल की खांसी तक बंद है ।