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किसानों को लगातार छल रहे है मुख्यमंत्री - भानुप्रताप सिंह विधानसभा में डोडाचूरा खरीद कर नष्ट करने की

नीमच । नीमच जिला युवा काँग्रेस अध्यक्ष भानुप्रताप सिंह राठौड़ ने आरोप लगाया है कि मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अपने पन्द्रह वर्षों से अधिक के कार्यकाल में लगातार झूँठी घोषणाएँ और वादे कर प्रदेश के किसानों को छलते आ रहें है । मुख्यमंत्री ने विधानसभा में अफीम उत्पादकों का डोडाचूरा खरीद कर नष्ट करने की घोषणा की थी जिस पर आज तक अमल नही किया है । इससे अफीम उत्पादक किसानों को डोडा चूरा सम्भालने में भारी दिक्कते आ रही है वहीं दूसरी ओर नीमच - मन्दसौर क्षेत्र तस्करों का गढ़ बन गया है । यहॉं जारी एक बयान में श्री राठौड़ ने कहा कि केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा की नरेंद्र मोदी सरकार ने बिना लाभकारी वैकल्पिक प्रबन्ध किये 1 अप्रैल 2016 से देश में अफीम के सह - उत्पाद डोडाचूरा की खरीद - फरोख्त पर पूर्ण प्रतिबंध लगाते हुए अफीम उत्पादक राज्यों की सरकार पर किसानों से डोडाचूरा लेकर नष्ट करवाने की जिम्मेदारी तय की है । ज्ञातव्य है कि इससे पूर्व किसान सरकार द्वारा तय समर्थन मूल्य पर निर्धारित ठेकेदार को डोडाचूरा बेंचते थे जिससे उनको अतिरिक्त आय होती थी । - श्री राठौड़ ने कहा कि , किसानों को होने वाले आर्थिक नुकसान की पूर्ति के बगैर तय इस नीति को लेकर अफीम उत्पादकों में फैले भारी रोष को देखते हुए मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने बरगलाने के लिए पिछले विधानसभा चुनाव से पहले 9 मार्च 2018 को विधानसभा में घोषणा की थी कि , अफीम उत्पादकों को चिंता करने की जरूरत नहीं है । राज्य सरकार उनसे डोडाचूरा खरीद कर नष्ट करेगी । श्री राठौड़ ने कहा कि , इसी प्रकार अफीम फसल को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में शरीक नहीं किये जाने से दुःखी किसानों को छलावा देने के लिए मुख्यमंत्री ने 29 मार्च 2018 को नीमच में आयोजित जिला स्तरीय अंत्योदय मेले में भी अफीम उत्पादकों के हितैषी बनने का ढोंग करते हुए कहा था कि , प्राकृतिक प्रकोप से अफीम फसल नष्ट होने पर राज्य सरकार विशेष पैलेज देंगी । श्री राठौड़ ने कहा कि , यह सर्वज्ञात है कि मध्यप्रदेश में सर्वाधिक अफीम नीमच - मन्दसौर - रतलाम जिलों में ही होती है और इस मुद्दे पर किसानों की नाराजगी का असर पूरे मालवा के चुनावी समीकरणों पर पड़ता है । इसीलिए मुख्यमंत्री श्री चौहान ने पिछले विधानसभा चुनाव से पहले अफीम काश्तकारों को छल कर चुनावी लाभ लेने के लिए उक्त दोनों घोषणाएँ की थी । श्री राठौड़ ने कहा कि , क्षेत्र के किसानों ने मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान की घोषणा पर भरोसा करते हुए नीमच - मन्दसौर संसदीय क्षेत्र की आठ में से सात सीटों पर भाजपा को विजयी बनाया था और मालवा के अन्य भागों में भी भाजपा को भारी समर्थन दिया । वर्ष 2018 के बाद काँग्रेस की पंद्रह महीनों की कमलनाथ सरकार के बाद तीन साल से पुनः भाजपा की ही सरकार और शिवराजजी ही मुख्यमंत्री है । --- किसानों को उम्मीद थी कि खुद को किसान का बेटा और सच्चा हमदर्द बताने वाले मुख्यमंत्री अपनी घोषणाओं पर अमल करेंगे । लेकिन उन्होंने वादा खिलाफी की फितरत को दोहराते हुए अभी तक न तो अफीम उत्पादकों से डोडाचूरा खरीद कर नष्ट किया है और न ही कभी अफीम फसल के नष्ट होने पर राज्य शासन की ओर से विशेष पैकेज के माध्यम से सहायता दी है । --- श्री राठौड़ ने कहा कि , मुख्यमंत्री के रूप में विधानसभा में की गई घोषणा कोई मंचीय ऐलान न होकर उसका वैधानिक स्वरूप और दायित्व है । इसे पूरा करने में विफलता का सीधा सा अर्थ संवैधानिक जिम्मेदारी के निर्वाह में विफलता है । ऐसे व्यक्ति को जो सदन में की गई घोषणा का सम्मान न रख सके उनको अपने पद पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं है । श्री राठौड़ ने कहा कि , एक ओर मुख्यमंत्री ड्रग्ज माफिया को नेस्तनाबूद करने की बात करते हैं वहीं दूसरी ओर वर्ष 2016 से अभी तक किसानों से डोडाचूरा खरीद कर नष्ट करने की नीति ही नहीं बना पाए है । इससे किसानों को डोडाचूरा सम्भालने में कठिनाई आ रही है वहीं दूसरी ओर बड़ी मात्रा में नशे के काले कारोबारी क्षेत्र में भोले भाले किसानों को लालच से बरगलाकर डोडाचूरा की तस्करी कर रहे है । श्री राठौड़ ने अफीम उत्पादकों को हो रही परेशानी और आर्थिक क्षति तथा क्षेत्र में निरन्तर बढ़ रही तस्करी की गतिविधियों के लिए मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान की किसानों से की गई वादा खिलाफी और गलत नीतियों को जिम्मेदार बताते हुए मांग की है कि 24 मार्च को नीमच प्रवास के दौरान स्पष्ट रुप से डोडाचूरा खरीदने और नष्टीकरण की नीति का ऐलान कर अमल सुनिश्चित करें । अगर मुख्यमंत्री उचित कदम नहीं उठाते हैं तो युवा काँग्रेस अफीम उत्पादकों और क्षेत्र हित में प्रभावी विरोध प्रदर्शन करेगी ।

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