चीताखेडा- 15 दिसम्बर । जिस घर में गाय और घोड़ी की सेवा होती है, उस घर में गरीबी कभी भी नहीं आएगी। गरीबी भगाना चाहते हैं तो गाय पालना शुरू कर दें। अगर ज्ञान प्राप्त करना चाहते हैं तो अभिमान का त्याग करना पड़ेगा। अभिमानी व्यक्ति को परमात्मा की भक्ति कभी भी प्राप्त नहीं हो सकती।भक्ति छोड़कर जडभरत को एक हिरण के बच्चे से मोह हो गया था पुरा जीवन बर्बाद हो गया,अंत मति सो गति ।मोह ही जीवन का सबसे बड़ा दु:ख दाई बन जाता है।अनंत कार्यों का किया गया श्रम का फल ही श्रीमद भागवत का श्रवण हैं। मानव के अनंत यत्न करने के बाद शरीर मिलता है। बिना लोभ लालच के भक्ति करना परम धर्म है ,मानव अपने जीवन में प्रतिकूल परिस्थिति में परमात्मा का ज्यादा स्मरण करता है, हमें हमेशा नंद नंदन का स्मरण करना चाहिए उक्त अमृतवाणी कथा मर्मज्ञ पं. घीसालाल नागदा नवलपुरा के मुखारविंद से धार्मिक प्रवृत्ति के व्यवहारिक व्यक्ति मदनलाल माली की मुख्य यजमानी में समस्त ग्रामवासियों के सहयोग से आयोजित साप्ताहिक श्रीमद भागवत ज्ञान गंगा प्रवचन के दौरान तृतीय दिवस शुक्रवार को पुराना हायर सेकेण्डरी स्कूल परिसर में स्थित कथा पंडाल मे प्रवाहित करते हुए कही। पंडित घीसालाल नागदा ने मां के महत्व को समझाते हुए कहा कि माता पिता के चरणों में चारों धाम है, माता और पिता से बढ़कर दुनिया में कोई नहीं है। मां चाहे तो पुत्र को परमात्मा बना दे और चाहे तो जेल पहुंचा दे। मां ने ध्रुव को भक्ति का मार्ग दिखाया तो परमात्मा स्वयं प्रकट हो गए।लेना स्वार्थ है देना परमार्थ है, देना देवत्व है लेना असुरत्व। लेना दुख की वृद्धि है और देना सुख का विस्तार है ।राजा परीक्षित ने वामन देव को अपने सुख के लालच में 3पग जमीन दान का दुःख ही भोगना पड़ा।पं. घीसालाल जी ने अपने मुखारविंद से धर्म पंडाल मे उपस्थित धर्मालुओं को कथा का रस पान करवाते हुए कहा कि गौ माता सनातनी धर्म में पूज्यनीय है जितनी पवित्रता गौमाता में है उतनी किसी भी जीव मात्र में नहीं हो सकती। जो बुरा है वो बुराई ढूंढ लेता हैं,और जो अच्छा है वो अच्छाई ढूंढ लेता हैं। कथा प्रवचन कार्यक्रम में शुक्रवार को वितरित की गई प्रसाद की लाभार्थी धार्मिक प्रवृत्ति की व्यवहारिक महिला श्रीमती गीता बाई शर्मा ने लाभ अर्जित किया।जिनका व्यास पीठ पर सरपंच श्रीमती मंजू-मनसुख जैन द्वारा प्रसाद की लाभार्थी श्रीमती गीता बाई शर्मा का सम्मान किया गया श्रीमद् भागवत ज्ञान गंगा महोत्सव प्रवचन के दौरान जड़ भरत, अजामिल, सुखदेव राजा ,परीक्षित ,समुंद्र मंथन, वामन अवतार ,राजा बलि ,कपिल मुनि ,राजा सगर के प्रसंग बडे ही बेहतरीन ढंग से स्मरण कराया। श्रीमद् भागवत कथा प्रवचन के बीच-बीच में भागवताचार्य पंडित घीसालाल नागदा के द्वारा अत्याधुनिक वाद्य यंत्र की स्वर लहरियों के साथ राम नाम को आसरों कमाल कर गयो भुआ जल कर राख हो गई बच गयो भतीजों प्रभु जी मुझे लागी लगन मत छोड़ना कलयुग के नाम अधारा तू कितनी अच्छी है तू कितनी भोली है निर्मल के प्राण जाग्रत हुए आदि अपने सुरीले कण्ठ से मधुर भजनों की प्रस्तुति दे रहे हैं, श्रद्धालु जन पूरे मनोभाव के साथ नृत्य करने पर मजबूर हो रहे हैं। श्रीमद् भागवत ज्ञान गंगा महोत्सव प्रवचन में बड़ी संख्या में श्रद्धालु जन ज्ञान गंगा में डुबकियां लगा रहे हैं प्रतिदिन श्रीमद भागवत ज्ञान गंगा प्रवचन दोपहर 11:00 बजे से शाम 3:00 बजे तक प्रवाहित कीए जा रहे है ।श्रीमद भागवत ज्ञान गंगा समिति के सदस्यों ने क्षेत्र के समस्त धर्मालुजनो से अपील की है कि अधिक से अधिक संख्या में पहुंच कर धर्म लाभ उठाएं कथा पंडाल में कल मनाया जाएगा भगवान श्री कृष्ण जन्मोत्सव श्रीमद् भागवत ज्ञान गंगा महोत्सव साप्ताहिक प्रवचन के दौरान कथा पंडाल में कल दिवस 15 दिसम्बर 2023 शनिवार को भगवान श्री कृष्ण का जन्मोत्सव बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया जाएगा। खुब बंटेंगी माखन -मिश्री, पंजीरी और बजेंगे ढोल नगाड़े मनाएंगे खुशियां।