मां ज्वालाधाम शक्तिपीठ उचेहरा में श्रीराम कथा महोत्सव,श्रीराम यज्ञ, के उपलक्ष्य में विशाल भव्य एवम दिव्य कलश शोभायात्रा का हुआ आयोजन प्रदेश के महान् संतों की उपस्थित में निकाला गया कलश यात्रा देश के कोने कोने से आए हजारों भक्त बने कलश यात्रा के साक्षी श्रीराम, जानकी, हनुमान, भोलेबाबा की झांकी रही आकर्षण का केन्द्र आध्यात्म _ उमरिया जिले के अन्तर्गत नौरोजाबाद रेल्वे स्टेशन से महज चार किलोमीटर दूर पर ख्यातिप्राप्त मां ज्वालाधाम उचेहरा में आज श्रीराम कथा महोत्सव, श्रीराम यज्ञ,के शुभारंभ पर विद्वान् यज्ञाचार्य श्री सीताराम समधिया जी महराज श्रीधाम वृन्दावन द्वारा कथा श्रोतागणों को वैदिक मंत्रों द्वारा (शुद्ध जल, गौ मूत्र, गोबर, दूध, सहद,) से स्नान कराकर विधिवत पूजा पाठ कराते हुए यज्ञ देवताओं का यज्ञ में सम्मिलित हेतु आह्वान किया। यज्ञ बेदियो की स्तुति मंत्र उपरांत कलश स्वस्तिक का पूजन किया गया। तत्पश्चात सैकड़ों भक्तिमय महिलाओं द्वारा एक परिवेश वेशभूषा में अपने सर पर कलश रखकर मां ज्वाला जी की पूजा पाठ मां ज्वालाधाम शक्तिपीठ उचेहरा के संस्थापक/ प्रधान पुजारी जी के समक्ष कराकर विधिवत लहराते हुए ध्वजा पताखा, बैंड बाजा,ढोल नगाड़े, रथ पर सवार मैहर बड़ा अखाड़ा के महंत श्री सीता बल्लभ शरण जू महराज जी उनके पीछे जिप्सी पर सवार चित्रकूट के महान महंत श्री सनकादिक महराज जी , जूना अखाड़ा परिषद से श्री श्री १००८ श्री बच्चू महराज जी, मां ज्वाला जी के बड़े महराज जी, सहित सैंकड़ों भक्ति भाव विभोर में डूबे हजारों भक्त कतार से चल रहे थे मां ज्वाला धाम में भक्ति भाव की गंगा बह रही थीं। आगे की कड़ी में टैक्टर पर सवार राधा रानी भगवान कृष्ण, भोले बाबा, की झांकियां जो की अपनी नृत्य कला से लोगों का मन जीत रही थी कलश शोभायात्रा मां ज्वालाधाम से जयकारों लगाते हुए नाचते झूमते महिलाओं द्वारा देशी गीत गाते हुए पूरे उचेहरा ग्राम को भ्रमण करते हुए कलश यात्रा चल समारोह में ग्राम के निवासरत हर घर परिवार के लोग अपने अपने द्वार को सजाए शुद्ध गोबर से लेपन गलियां जैसे शोभायात्रा आती अपने घरों से दीपक जली थाली हाथ में नारियल फूलों की माला लेकर आते और कलश शोभायात्रा की आरती पूजा करते हुए महान संतो की आरती उतारते जयकारे लगाते। पूरे ग्राम को भ्रमण करते हुए कलश यात्रा यज्ञ स्थल पर समापन किया गया। अपको बता दें कि मौसम इतना शुष्क था कप कपा देने वाली हवाएं चल रही थी लेकीन भक्तो के भक्ती में ठंडी और धुंधला मौसम का कोई प्रभाव नहीं पड़ा। भक्त अपनी भक्ति भाव में लीन रहे। आज मां ज्वाला धाम राम मय लग रहा था। भक्ति की शक्ति से जोड़ता, आस्था और विश्वास संगम, अखंडता को एकता के रुप में पिरोता, मां ज्वाला धाम शक्तिपीठ उचेहरा।