Neemuchhulchal (रिपोर्टर अनिल कुमार बैरागी) ✍️✍️ शुक्रवार को चंड का दिन मनाया दिवाली पर्व के रुप में इंटरनेशनल सिंधी सेवा संगठन द्वारा 500 वर्षों बाद रामलला आगमन (प्राण प्रतिष्ठा) के उपलक्ष्य में 12 जनवरी शुक्रवार चंड को शाम 4.30 बजे भागेश्वर मंदिर में मर्यादा पुरुषोत्तम रामजी, माता सीताजी, लक्ष्मन जी, की सजीव झांकी का मंचन किया गया साथ ही राम दरबार की पुष्प वर्षा कर अगवानी की गई इसी के साथ रंगोलिया से आकर्षक सजावट वआतिश बाजी की जाकर दियों से दीपावाली(उत्सव) मनाय गया तथा विष्णु का अवतार भगवान झुलेलाल साई चंड पर अक्खा आरती पल्लव किए गये। इस अवसर पर इंटरनेशनल सिंधी सेवा संगठन की अध्यक्ष दिव्या लालवानी व सचिव कोमल भाग्य वानी ने बताया कि 500 वर्षों बाद रामलला की प्राण प्रतिष्ठा जा रहीं हैं अब अपने गर्भ ग्रह मंदिर अयोध्या में विराजमान हो रहे हैं प्राण प्रतिष्ठा के इस उपलक्ष्य में इंटरनेशनल सिंधी सेवा संगठन द्वारा दिपावाली जैसा उत्सव मनाया गया भगवान राम से पूरे - विश्व के लिये मंगल कामनाएं मांगकर आशीर्वाद लिया जाकर हर तरफ खुशियां की कामना कर श्री राम व भगवान झूलेलाल की आरती की गई करीना भागवानी भगवान राम के रूप में अंजली आसवानी माता सीता, लक्ष्मन रूप में रिया भागवानी, शबरी के रूप में रुक्मणी जैसवानी ने प्रभावी अभिनय प्रस्तुत किया व नन्हे मुन्ने बच्चों ने हनुमान का अभिनय प्रस्तुत किया इसी कड़ी में डेबिना सचदेव छोटी बालिका ने रामायण का वतांत किया व श्याम होतवानी छोटे बालक ने हनुमान चालीसा गाई तथा इन सभी का ढोल व पुष्प वर्षा कर आतिशबाजी,प्रसादी का वितरण कर राम, लक्ष्मन,सीता का भव्य स्वागत किया गया संस्था ने चंड के दिन भगवान झूलेलाल की भक्ति अर्चना कर 500 वर्ष़ो बाद भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा हो रहीं है ये हमारे व पुरे देश के लिये हर्ष का विषय "है और युगों बाद उत्सव मनाने का समय आया है हमारी संस्था आज चंड उत्सव के दिन दिपावाली के रुप में मना रहीं है इस अवसर पर कार्यक्रम में अध्यक्ष दिव्या लालवानी ,कोमल भाग्यवानी, करीना भागवानी, रिया भागवानी, लाजवंती अंदानी,अंजलि आसवानी, पूनम रोहिडा ,मीनू लालवानी , लक्ष्मी प्रेमाणि, मीना फूलवानी, भारती मंगवानी ,लता होतवानी, काजल धामेचा, पूनम टेकचंदानी , हीना गोविंदानी , बाल हनुमान श्याम होतवानी, डेबिना सचदेव उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन एडवोकेट मीनू लालवानी ने किया व आभार लाजवंती अंदानी ने माना एंव बाल हनुमान बनकर आये बच्चों को पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित किया गया।