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श्री राम कथा के तीसरे दिवस में श्री राम जन्मोत्सव का वर्णन किया गया

Neemuchhulchal (रिपोर्टर हुकुम सिंह)✍️✍️ नौरोजाबाद जनपद पंचायत करकेली से 8 किलोमीटर दूरी पर ग्राम पंचायत धनवार में महाराणा क्षत्रिय उत्सव द्वारा खेर माता मंदिर प्रांगण में चल रही संगीतमय श्री राम कथा में आज तीसरे दिवस 31 जनवरी दिन बुधवार को श्री धाम वृंदावन से पधारे हुए कथा वाचिका आराध्या दीदी जी ने श्री राम जन्मोत्सव का वर्णन करते हुए भक्त और भगवान पर प्रकाश डाला कहा कि नहीं भारत के निर्माण के लिए शिष्य और संस्कार बेहद जरूरी है। कथा वाचिका दीदी ने कथा शुभारंभ जन्मोत्सव की बधाई के साथ किया। उन्होंने कहा कि जब भगवान राम प्रकट हुए तो देवता भी आकाश मार्ग से उसे पुष्प की वर्षा करने लगे, अयोध्या की नागरिक भगवान के दर्शन के लिए दौड़ पड़े प्रभु को प्राप्त करने के लिए किसी भी प्रकार की बनावट दिखावट की आवश्यकता नहीं है। आप जैसे हो उसी प्रकार से बस परमात्मा को पाने के लिए दौड़ जाओ, उन्होंने भगवान की बाल लीलाओं का श्रवण करते हुए उनके रूप दर्शन का वर्णन किया, भगवान का रूप स्वर्ग मधुर ही मधुर है, वल्लभाचार्य जी के मधु सकष्टकं से उन्होंने भगवान के रूप में सौंदर्य का वर्णन किया कहा कि आज हम शिक्षित तो बन पा रहे हैं, समझदार नहीं बन पा रहे हैं,, कथा वाचिका कथा ने कथा के अंत में पतला है कि महाराजा दशरथ जी के चारों पुत्रों के जन्म से संपूर्ण राज्य में आनंद का माहौल छा गया। हर कोई खुशी में गंधर्व गान कर रहा था और अपशाएं नृत्य करने लगी, देवताओं ने पुष्प वर्षा की प्रजा जनों को महाराजा ने धन-धान्य और दरबारियों को रत्न आभूषण भेंट की, महर्षि वशिष्ठ ने महाराज के पुत्रों का नाम राम, भरक्षत, लक्ष्मण व शत्रुघ्न रखा।। यह कथा सुनकर आए हुए हजारों की संख्या में भक्तगणों ने मन मुग्ध होकर भाव विभोर हुए।।

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