Neemuchhulchal ✍️ (रिपोर्टर महेंद्र सिंह राठौड़) सिंगोली:- रावतभाटा से शितलधाम रतलाम की तरफ विहार करते हुए पुज्य आचार्य श्री विशुद्ध सागर जी महाराज ससंघ सिंगोली की संतशाला मे रात्रि विश्राम पश्चात न नीमच की तरफ विहार करते हुए आचार्य श्री ससंघ श्रीकानजी स्वामी के सद् प्रभावना योग में नव निर्मित श्री आदिनाथ दिगम्बर जैन मंदिर में दर्शनार्थ पधारे।वहां मंदिर जी एवम् श्री कुंद कुंद कहान दिगम्बर जैन स्वाध्याय भवन मे उपस्थित श्रावकों ने आचार्य संघ का समुचित सम्मान किया और सम्बोधित करने की प्रार्थना कि।इस अनियत कार्यक्रम मे समाज को सम्बोधित करते हुए आचार्य श्री ने समाज को संघठित रहने की प्रेरणा दी।आपने अपने सम्बोधन मे बताया कि कषाय से आत्मा कलुषित होती हैं।आपस मे कषाय मत रखों प्रेमभाव से हिलमिल कर रहों।भगवान के सुरिमंत्र पर सम्बोधित करते हुए आचार्य श्री ने सभी को सम्बोधित करते हुए कहा कि सभी प्रतिमाएं पुज्यनीय है मैं यहां उनके दर्शन करने आया हूँ तो यह सभी के लिए सुरिमंत्र दिया है ऐसा समझना चाहिये।सभी को दोनों मंदिरों में आने जाने की प्रेरणा प्रदान की। उपरोक्त जानकारी मंदिर ट्रस्ट कमेटी द्वारा दि गई हैं।