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*ग्राम जाट मे शीतला माता मंदिर परिसर के मेंन गेट को ताला लगाकर कटीली झाड़ियां से बंद करने पर श्रद्धालुओं मे भारी आक्रोश*

Neemuchhulchal ✍️✍️????????..... *ग्रामीण महिलाओं ने चंदा इकत्रित कर मंदिर मार्ग को किया दूरस्त* रिपोर्टर,सत्यनारायण सुथार* *जाट* @ होलिका दहन के पश्चात अगले 7 दिनो तक सर्व हिंदू समाज की महिलाए माताजी को ठंडा करने(जल चढाने) जाती है।हिंदू धर्म में इस पर्व को बहुत ही अधिक महत्वपूर्ण माना जाता हैं।इन सात दिनों मे रोज महिलाएं व कुंवारी कन्याए शीतला माता को जल चढ़ाती है l और आखिरी मे सातवें दिन शीतला सप्तमी के रूप में मनाया जाता है।और उस दिन बासी भोजन खाया जाता है।एवं शीतला माता को भी ठंडा भोजन बनाकर भोग लगाया जाता है। ग्रामीणों से प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम जाट में होलिका दहन के दूसरे दिन शीतला माता को जल चढ़ाने गई ग्राम की महिलाओ को निराश होकर बिना जल चढ़ाये ही वापस लोटना पडा।क्योंकि मंदिर परिसर के मेंन गेट पर ताला लगा हुआ था।जिससे ग्राम की महिलाओं मे भारी आक्रोश देखा गया।इस सम्बंध में ग्राम की महिलाओं ने बताया कि ग्राम पंचायत के सरपंच द्वारा शीतला माता मंदिर के मेंन गेट पर ताला लगाकर कंटीली झाड़िया डालकर बंद कर रखा है।साथ ही मंदिर परिसर के अंदर वाले रास्ते को भी ट्रैक्टर से पल्ला लगाकर हकाई करवा दी गई।जिससे रास्ता पूरी तरह उबड़-खाबड हो गया है।इस सम्बंध मे ग्राम के राजेंद्र सिंह चौहान,मनोज प्रजापत,विकास राव, बालकिशन माली आदि ग्रामीणो ने जानकारी देते हुए बताया कि मंदिर तक जाने का रास्ता पूरी तरह खराब हो चुका है।और ऊपर से सरपंच ने मेंन गेट पर भी ताला लगा रखा है।हमारे द्वारा चाबी मांगने पर सरपंच महोदय ने चाबी गुम हो गई है।बैरुखी से ऐसा कह कर अपना पल्ला झाड़ दिया गया।जिसके चलते ग्राम की श्रद्धालु महिलाएं 2 दिनो तक शीतला माता को जल भी नहीं चढ़ा पाई।बाद मे ग्राम की महिलाओं ने पैसे इकट्ठे करके आज जेसीबी के द्वारा रास्ते को सही कराया गया।

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