आपको बता दें कि इस तीन दिवसीय मेले में बड़ी सादड़ी उपखंड क्षेत्र के अलावा मेवाड़ मालवा मध्यप्रदेश के श्रद्धालु ज्यादा संख्या में मेले में पहुंचते हैं विगत कई वर्षों से लग रहा है यह मेला क्षेत्र के श्रद्धालुओं के लिए आस्था का प्रमुख केंद्र है सीता माता वन क्षेत्र लगभग 70 किलोमीटर क्षेत्र में वन क्षेत्र फैला हुआ है यहां लगभग 3 दिन तक डेड लाख श्रद्धालु मेले में पहुंचते हैं। इस क्षेत्र में 2 वन विभाग की रेंज आती है बांसी और मुंजवा मेले में अस्थाई कंट्रोल रूम में पुलिस के जवानों द्वारा निगरानी की जा रही है 3 दिन तक चलने वाले इस मेले में मध्य प्रदेश गुजरात के साथ ही प्रदेश के कई जिलों से लाखों की तादाद में श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचेंगे श्रद्धालु दर्शन के साथ-साथ सीता माता अभ्यारण के प्राकृतिक सौंदर्य का लुफ्त भी उठाते हैं गौरतलब है कि सीता माता अभ्यारण में बना सीता माता मंदिर रामायण काल से जुड़ा हुआ माना जाता है इसी के चलते श्रद्धालुओं के इस मंदिर के प्रति काफी आस्था है यहां आने वाले श्रद्धालु यहां बने लव-कुश कुंड में स्नान करने के साथ ही वाल्मीकि आश्रम के भी दर्शन करते हैं। मेले के दौरान श्रद्धालुओं का अभ्यारण में प्रवेश निशुल्क रहता है मेले में श्रद्धालुओं को दर्शन के लिए अपनी बारी का घंटों लाइन में लग कर इंतजार करना पड़ता है। इधर मेले को लेकर ग्राम पंचायत प्रशासन की ओर से पुख्ता एग्जाम किए गए हैं उद्घाटन में यह रहे मौजूद प्रदेश के सहकारिता मंत्री गौतम दक प्रधान नंदलाल मेनारिया उपप्रधान रामचंद्र जोशी बड़ीसादड़ी डूंगला क्रय विक्रय सहकारी समिति अध्यक्ष शंभू लाल मेनारिया जिला परिषद सदस्य प्रतिनिधि रवि मेनारिया सरपंच प्यारी रामचंद्र मीणा सरपंच अमीराम गुलाब सिंह सरपंच मुझंवा धनराज युवा मोर्चा अध्यक्ष गोपाल जणवा युवा मोर्चा महामंत्री देवनारायण धाकड़ मंडल महामंत्री रामनिवास धाकड़ पूर्व प्रधान शंकर सिंह रावत फूलचंद धाकड़ भैरू सिंह पायरी जयसिंहपुरा उपसरपंच प्रकाश धाकड़ प्रकाश रावत केवलपूरा गोपाल भाणुजा पुष्कर अमीरामा रामचंद्र शर्मा सेंनमल शोभाग सिंह आदि लोग उपस्थित थे।