उमरिया जिले में संचालित जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत जिले भर में तालाबों के जीर्णाेध्दार, घाटो की सफाई, नदियो के पुर्नजीवन का कार्य युध्दा स्तर पर किया जा रहा है । जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत कथली डायवर्सन योजना चंदिया में जेसीबी मशीन लगाकर गाद निकालने का कार्य जल संसाधन विभाग व्दारा प्रारम्भ किया गया। यह कार्य अनवरत जारी रहेगा । विदित हो कि कथली नदी को नगर की गंगा माना जाता है। कथली नदी का भी एक अपना अलग महत्व है। कथली नदी चंदिया से लगभग 5 किलोमीटर दूर जंगल से उद्गम से होती है। और लगभग 20 किलोमीटर सफर तय करती है।नदी गर्मी में भी नहीं सूखती है। माना जाता है कि कथली नदी में ला इलाज बीमारी सिर्फ स्नान से ही दूर हो जाती है। नदी के स्टेशन के पास कथली घाट में लोग दूर दूर नहाने पहुंचते हैं। कथली नदी के घाट पीडियान घाट,विलायत घाट,कोलघटा घाट,हरदोल घाट,गुड्डा घाट,पीपर घाट,ऊमर घाट,पचइंयन घाट,मढलिन घाट,मतहा घाट,शिव घाट है ।