उमरिया जिले के पाली में स्थित नगर पालिका परिषद के अंतर्गत बस स्टैंड का निर्माण हो रहा है जहां बस स्टैंड को लेकर करोड़ों रुपए का बजट भी आ गया है। लेकिन नगर पालिका के इंजीनियर तथा ठेकेदार की मिली भगत के चलते लाखों रुपए का शासन को नुकसान हो रहा है। साथ ही यह कार्य सब की आंखों के सामने होने के बावजूद भी सभी मूकदर्शक बने हुए देख रहे हैं। दरअसल पूरा मामला पाली नगर पालिका परिषद क्षेत्र का है जहां पाली में बन रहे बस स्टैंड के निर्माण में तालाब की मिट्टी का उपयोग किया गया। लेकिन जब खबर चलाई गई तो उसके बाद 27 हजार रुपए की रॉयल्टी काटी गई जबकि लाखों रुपए की रॉयल्टी कटनी चाहिए थी जो शासन के खाते में डायरेक्ट जाती। लेकिन इंजीनियर संतोष पांडे की मिली भगत के चलते लगातार गुणवत्ता विहीन कार्य हो रहे हैं और इसमें नगर पालिका के सभी कर्मचारी साथ दे रहे हैं। इतना ही नहीं शहडोल संभाग के अधिकारियों को भी इस बात की जानकारी है लेकिन इसके बाद भी निजी स्वार्थ के चक्कर में कोई भी कार्यवाही नहीं कर रहे हैं ऐसा क्षेत्र के नेताओं ने आरोप लगाया है। दरअसल आपको बता दें कि ठेकेदार शहर के हीरा तालाब से मिट्टी की खुदाई कर बस स्टैंड निर्माण कार्य में लगा दिया गया है जब कि तालाब से मिट्टी का उत्खनन बस स्टैंड निर्माण के लिए होना ही नहीं चाहिए था। चलिए अगर एक बार मान भी ले की मिट्टी का उपयोग शासकीय कार्य में ही हो रहा है लेकिन फिर भी रॉयल्टी सिर्फ नाम मात्र के लिए 27 हजार रुपए की रॉयल्टी काटी गई है इतना ही नहीं ठेकेदार ने मिट्टी के परिवहन के लिए निजी वाहनों का प्रयोग किया जिसकी वजह से मन माफिक उसने उत्खनन किया है जिससे शासन को लाखों रुपए का राजस्व का नुकसान हुआ है। इतना ही नहीं तालाब की मिट्टी का खनन जल संवर्धन और संरक्षण अभियान के तहत किया गया था। जहां नगर पालिका प्रशासन को लगा कि एक पंथ दो काज हो जाएगा यानी दोनों कार्य को जोड़कर इंजीनियर और नगर पालिका प्रशासन के अधिकारियों की मिली भगत के चलते शासन को लाखो रुपए का चूना लगाया जा रहा है इसके अलावा मिट्टी को निकाला गया लेकिन मेड को नहीं बांधा गया जिसकी वजह से तालाब का स्वरूप बदल कर खाई नुमा बना दिया गया है। पूर्व विधायक व कांग्रेस जिला अध्यक्ष अजय सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा कि यह जो बस स्टैंड का जो गुणवत्ता विहीन निर्माण कार्य हो रहा है यह नहीं होना चाहिए गुणवत्ता पूर्ण कार्य होना और जो गुणवत्ता विहीन कार्य हो रहा है उस पर तत्काल कार्यवाई करना चाहिए और जो गुणवत्ता विहीन निर्माण कार्य हुआ है उसे तोड़कर फिर से निर्माण कार्य कराया जाए। वही जब नगर पालिका के इंजीनियर संतोष पांडे से संपर्क करने का प्रयास किया गया तो फोन उठा कर जवाब देना उचित नहीं समझे।