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कत्ल की रात आज, योमें आशुरा पर निकलेगे ताजिये यादे हुसैन से रोशन हो रही सबिले प्रदेश सूफी खान का संगठन कार्यकारिणी के सदस्यों का धरियावद में किया स्वागत !

प्रतापगढ़ इन दिनों शहर के मुस्लिम मोहल्लों में यादे हुसैन मनाने में वयस्त है। मोहल्लो और इमामबाड़े आकर्षक विद्युत साजसज्जा से जगमगा रहे है। पर्व के तहत प्रतिदिन विभिन्न आयोजन किए जा रहे है, सबिले सजाई जा रही तो रात में अलम के जलसे निकाले जा रहे है। रविवार रात बारी दरवाजा मोहल्ले से अलम का जलसा निकाला गया। जो भाटपुरा दरवाजा होते हुए बावडी मोहल्ले पर पहुंचा जहां युवाओं ने या हुसैन की सदाओं से गंुज उठा। आज रात बावड़ी मोहल्ले से अलम का जलसा निकाला जाएगा। वही मंगलवार रात को ताजियों का जलसा निकाला जाएगा। जिसमें न्यारगरों के चैक, तलाई मोहल्ला, गांछा गली, वाटर वक्र्स रोड, सब्जी फरोश जमात समत छोटे-बड़े दर्जन भर ताजिये शामिल होगे। बुधवार को योमें आशुरा के रूप में मनाया जाएगा। शहर काजी हाफिज जाफर शेख ने बताया कि योमें आशुरा के तहत मस्जिदों में विशेष नमाज और दुआ की जाएगी। शाम को माणक चैक में सलामी की रस्म अदा होगी। रात को स्थानीय गांधी चैराहे पर कुल की रस्म के साथ दस दिवसीय आयोजन सम्पन्न होगा। जिले के धरियावद, छोटीसादड़ी, पारसोला, गादोला, हथुनिया, राजपुरिया आदि गांवों में भी ताजिये निकाले जाएगे। धरियावद ताजिये अखाड़े के उस्ताद हाजी शहजाद खान लाला ने बताया कि बुधवार को कस्बे पठान मोहल्ले व रजा मोहल्ले से ताजियों का जलसा निकाला जाएगा। खान ने बताया कि इसकी सम्पूर्ण तैयारियां कर ली गई है। रविवार को सुफी खानकाह ऐसोसिएशन के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुफी गफीर सागर, प्रदेश अध्यक्ष इरशाह शेख, प्रदेश महासचिव रियाज अहमद समेत दर्जन भर पदाधिकारियों ने कस्बे के दोनो इमामबाड़ो का दौरा कर जलसे के बारे में जानकारी ली। इस मौके पर आयोजित प्रेस काॅन्फ्रेंस में एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने कहा कि भारतवर्ष दुनिया का एक मात्र देश है जहां सभी धर्म एवं समुदाय के लोग अमनो चेन से रहते हुए अपने अपने धर्मो का पालन करते है। भारतीय संविधान सभी धर्म एवं उनके अनुयायियो को उनके धार्मिक रीति रिवाजों की पालना का करने का अधिकार देता है। चंद फिरका परस्त लोग देश की फिजां में साम्प्रदायिकाता का जहर घोलने का असफल प्रयास करते रहते है। जिनका सभी लोग समय समय पर मुंह तौड़ जवाब देते है। इस मौके पर इमामबाड़े एवं अखाडे के उस्ताद हाजी शहजाद खान ने सभी पदाधिकारियों का स्वागत किया।

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