उमरिया जिला में प्रसिद्ध बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में बीटीआर के अधिकारी कर्मचारियों और वन मंडल उमरिया के कर्मचारियों को वन्य प्राणियों को लेकर प्रशिक्षण दिया गया। बीटीआर और वन मंडल उमरिया के 50 से अधिक अधिकारी कर्मचारियों के घास प्रबंधन के साथ वन्य प्राणियों की पहचान वन्य प्राणी प्रबंधन को लेकर रिटायर्ड पीसीसीएफ एन एस डुंगरियाल ने प्रशिक्षण दिया। प्रशिक्षण के साथ खितौली जोन के जंगल में अधिकारी कर्मचारियों को क्षेत्र में वन्य प्राणियों को प्रबंधन को लेकर जानकारी दी। घास प्रबंधन की जानकारी प्रशिक्षण में वन्य प्राणी विशेषज्ञ एन एस डुंगरियाल ने घास प्रबंधन की जानकारी दी। लगातार मांसाहारी वन्य प्राणियों की संख्या में वृद्धि हो रही है। जिसको लेकर घास प्रबंधन जरूरी है। ताकि शाकाहारी वन्य प्राणियों की संख्या में वृद्धि हो सके। शाकाहारी वन्य प्राणियों को खाना और विचरण में परेशानी ना हो। घास प्रबंधन में मुख्य रूप से लेंटाना को हटाना और खरपतवार को नष्ट करना होता है। वन्य प्राणियों की पहचान बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के उपसंचालक पीके वर्मा ने बताया कि रिटायर्ड पीसीसीएफ एन एस डुंगरियाल ने बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व और उमरिया वन मंडल के अधिकारी कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया है। प्रशिक्षण में एसडीओ, वन परिक्षेत्र अधिकारी, उप वन परिक्षेत्र वन रक्षको ने प्रशिक्षण लिया है। घास प्रबंधन और वन्य प्राणियों को लेकर प्रशिक्षण और जंगल में क्षेत्र की जानकारी दी है।