कुछ दिनों पूर्व चारागाह भूमि पर ग्रामीणों के कब्जे का समाचार प्रकाशित हुआ था जिसके बावजूद प्रशासन ने अभी तक कोई कार्यवाही नही की। अधिक जानकारी देते हुए बताए की जिला मुख्यालय के निकटवर्ती पंचायत सीमित धमोतर के अंदर आने वाली ग्राम पंचायत काजली खेड़ा के कनकपुरा गांव के लोगो ने 10 बिगा चरनोट जमीन पर अपना अधिकार जमा कर कब्जा कर रखा है व जमीन को फाड़ के सोयाबीन बो कर खेती करना चालू कर दिया। वही ग्रामीणों के मुताबिक यह जमीन कितने ही वर्षो के पशुओं के चरने के लिए थी। लेकिन पिछले साल कनकपुरा के लोगो ने जमीन को फाड़ के फसल बोना चालू कर दिया इसका विरोध किया तो कनकपुरा के लोगो का कहना था कि जमीन हमारी हे हमारा मन होगा वो करेंगे l लेकिन सरकारी रिकॉर्ड में खसरा संख्या 20 क्षेत्रफल 2.6100 हेक्टर लगभग 10 बीगा जमीन चारागाह में आ रही है। गिरदावर और पटवारी ने अतिक्रमण करने वालो को तीन दिन के अंदर अतिक्रमण हटाने को कहा था लेकिन 8 दिन बीत जाने के बाद भी चारागाह भूमि से अतिक्रमण नही हटा। ________________________ *इनका का कहना ये* कब्जे की जानकारी हमे प्राप्त हुई थी जिसके तहत मौके पर आ कर हमने खसरा संख्या 20 पर बोई हुई फसल को देखा नियमानुसार हम इस पर धारा 91 की कार्यवाही करके रिपोर्ट तहसीलदार साहब को प्रस्तुत करेंगे।जिसके बाद तहसीलदार साहब के आदेशानुसार भूमि पर से अतिक्रमण हटाया जाएगा। *पटवारी भगवती लाल गायरी* *गिरदावर का कहना ये* चारागाह जमीन पर अतिक्रमण की खबर हमें प्राप्त हुई थी इसके बाद मौके पर पटवारी और मैं स्वयं ने आके चारागाह जमीन पर जमीन पर हो रहे अतिक्रमण को देखा इसके बाद अतिक्रमण करने वालों को हमने 3 दिन के भीतर अतिक्रमण हटाने को लेकर कहा था लेकिन अगर अभी तक अतिक्रमण नहीं हटा है तो 91 की कार्यवाही करके नियमानुसार अतिक्रमण हटाए। *गिरदावर रविंद्र सिंह भारद्वाज*