23 सितंबर को महाराज जी का जन्म महोत्सव मनाया गया ,इस दौरान पूजा अर्चना के साथ सांस्कृतिक सभी कार्यक्रम कार्यक्रम समापन के बाद तथा महाप्रसाद के रूप में कन्या भोज के बाद ब्राह्मण भोजन कराकर विशाल भंडारे का आयोजन किया गया*। *हम आपको बता दें कि की अमोल आश्रम में दर्शनीय स्थल प्राकृतिक जड़ी बूटियां का आधार भंडार है खोज कर्ताओं को एक से एक वैद्यराज यहां आकर हफ्तों अपना समय निवाकर उन विद्या औषधियां असाध्याय बीमारियों में फायदा देखा गया एवं स्वास्थ्य देखते हुए लाभ अर्जित किया गया, श्री श्री 1008 श्री भगत गिरी बच्चों महाराज जी विगत 60 -65 वर्षों से महाराज जी की सेवा जारी है कुछ यहां अलौकिक कीजिए आभास होता है जो स्वयं महाराज जी की कृपा है , सन् 1979 में कैलाश दर्शन गुरूजी द्वारा स्वप्न देकर भोलेनाथ शंकर भगवान पहाड़ के बीच गुफा के धारा में साक्षात दर्शन किए एवं भक्तों को कराए जो आज तक दर्शन जारी है अमोल आने वाले भक्त गढ़ कैलाश के दर्शन नहीं किया तो यात्रा अधूरी है मानी जाती है। बगल में हनुमान धारा जो निरंतर 10 माह तक हनुमान जी ऊपर निरंतर प्राकृतिक जलाभिषेक होता रहता है,, दक्षिण में गया जी का झरना अनवरत चलता रहता है जड़ी बूटियों से मिश्रित जल 24 घंटे आश्रम तक पहुंचता है वहीं जल आश्रम कुंड में समाहित होता है। इस कुंड में स्नान करने से समस्त चर्म रोगों की शांति होती है इस लक्ष्मण कुंड समीप यज्ञशाला तथा तपोभूमि है जहां परम पूज्य गुरुवर 12 वर्ष तक कठिन तपस्या अर्जित किये है।वही 23 सितंबर दिन सोमवार को महाराज जी का जन्म महोत्सव मनाया गया ,इस दौरान पूजा अर्चना के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रम तथा कार्यक्रम के सर्वप्रथम में शंकर भोले भूतनाथ भगवान की पूजा अर्चना कर आशीर्वाद लेकर श्री महंत रतन गिरी महाराज जी , द्वारा एवं सहयोग में उत्तर प्रदेश, भोपाल, से आए हुए यस यन चंदेल जी ,पूजा अर्चना कर प्रथम पूजा की की गई* एवं आए हुए दूर-दूर से संत महात्माओं द्वारा पूजा अर्चना के बाद अमोल सेवक संघ के सदस्यों एवं सभी श्रद्धालुओं के द्वारा पूजा अर्चना कर जन्म महोत्सव मनाएगा गया। हर वर्ष की भांति अमोल सेवक संघ सभी सदस्यों द्वारा बड़े धूम धाम गाजे बाजे के साथ जन्म महोत्सव मनाया गया ,एवं कीर्तन भजन का आयोजन किया किया गया,जिले के सहित अन्य जिलों शहडोल ,उमरिया, डिंडोरी ,जबलपुर ,भोपाल, छत्तीसगढ़ ,होशंगाबाद, मंडला, उज्जैन, कटनी , अनूपपुर, उत्तर प्रदेश,एवं अन्य जिलों से अमोल सेवक संघ के सदस्यों हजारों की संख्या में पधार कर अपनी अपनी सहभागिता निभाते हुए , कार्यक्रम में चढ़ बढ़ कर सहयोग प्रदान कर कार्यक्रम को सफल अपना सहयोग प्रदान किया और बड़े भाव के साथ प्रसाद ग्रहण किये।।