_उमरिया जिले अंतर्गत नौरोजाबाद रेल्वे स्टेशन के समीप ग्राम पंचायत उचेहरा में विराजमान मां ज्वालाधाम शक्तिपीठ जो कि पूरे विश्व में सुप्रसिद्ध, विश्वविख्यात है शारदेय नवरात्र के पंचमी के शुभ अवसर पर भक्तो की आस्था और विश्वास का समागम बना हुआ है जबकि बारह मास भक्त मां के दर्शन करने आते है यह स्थान आदिकाल से घोरछत्त नदी के तट पर घनघोर और विकराल जंगल के बीच विलुप्त अवस्था में मौजूद था। लेकिन मां की अपरंपार महिमा से आज चारो तरफ से सुन्दर पेड़ पौधे के हरियाली से स्वर्ग जैसा नजारा लगता है आज सुबह तडके चार बजे से ही भक्तों की भीड़ देखी गई जो पूरे दिन मां के जयकारे लगाते हुए मां के दर्शन कर विशाल भंडारे का प्रसाद लेते हुए मेला भ्रमण कर भक्त आते जाते रहे। *इसी क्रम में आज आई जी, श्री अनुराग शर्मा जी शहडोल डीआईजी, श्रीमती सविता सुहानी जी,एसपी,पूरे दल बल के साथ मां के चरणों में माथा टेका और मां ज्वालाधाम शक्तिपीठ उचेहरा के प्रधान पुजारी बड़े महाराज जी द्वारा विधिवत् मां की पूजा आरती करवाई गई। अधिकारियों द्वारा प्रदेशवासियों के सुख समृद्धि के लिए मनोकामनाएं की। मन्दिर की सभी व्यवस्था को चुस्त दुरुस्त देख खुशी जाहिर की। और विशाल भंडारे का प्रसाद ग्रहण किए*। विशाल भंडारे की व्यवस्था भी इस प्रकार बनाई गई है कि लाखो भक्त प्रसाद ग्रहण कर सकते हैं लेकिन अव्यवस्था नहीं होती है सोमवार के दिन मां को जल अर्पित करने से हर मनोकामनाएं पूर्ण होती है और शारदेय नवरात्रि मां के लिए विशेष माना जाता है क्यो कि मां दुर्गा शक्ति के नौ दिनों में नौ स्वरूपों की पूजा की जाती है बड़े महाराज जी द्वारा बताया गया कि मां के दरबार में जो भी भक्त सच्चे भाव से अपनी मनोकामना लेकर आता है मां उसकी मुरांदे पूरी करती है जिससे मां के दरबार में भक्तो की संख्या बढ़ती जा रही है और भक्त देश के कोने कोने अपितु विदेश से भी मां के महिमा को सुनकर दर्शन करने आते हैं मां के दरबार में बारहमासी आध्यात्मिक, रामायण, कीर्तन, भजन, हवन चलते रहते हैं मां के मन्दिर परिसर में सभी देवी देवता विराजमान हैं जिनकी पूजा भी सुबह शाम की जाती है मन्दिर में जितने सेवादार अपनी सेवाएं प्रदान करते हैं उन्हे कहना नही पड़ता बल्कि अपने भाव और मां के प्रति प्रेम आस्था के कारण आस पास गांव और बाहर से भी आकर पुरे नौ दिन अपनी सेवा भाव में समर्पित होकर सेवा प्रदान करते हैं।