उमरिया जिले के नौरोजाबाद 4 किलोमीटर दूरी पर स्थित शक्तिपीठ मां........... पूजा आराधना और मंदिर प्रांगण का भ्रमण कर जवारे चल समारोह में शामिल हुए। जवारा जुलूस पूरे भव्यता है। बता दें कि जवारा विसर्जन कार्यक्रम में सुरक्षा की दृष्टि से भारी पुलिस बल तैनात किया गया था। मातारानी के जवारे बिसर्जन के उपरांत ज्वालाधाम उचेहरा में विशालकाय रावण का दहन कर जगराता का आयोजन किया गया जिसमें हजारों श्रद्धालुओं ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। आस्था के साथ भक्तों ने लिया बाना- माता ज्वाला के भक्ति में लीन श्रद्धालुओं ने अपनी आस्था प्रकट करते हुए गाल में बाना लिए पूरे मंदिर का भ्रमण कर विसर्जन स्थल तक पहुंचे। इस दौरान मातारानी ज्वालाधाम उचेहरा में शारदीय नवरात्र पर्व के दौरान स्थापित किए गए हजारों जवारा कलशो का विसर्जन कल पूरे और पुलिस सुरक्षा व्यवस्था के साथ घोरछत्र नदी पहुंचा जहां पूरी श्रद्धा के साथ मनोकामना जवारा कलशों का भव्यता के साथ किया गया। गौरतलब है कि मातारानी की पूजा आराधना करने के पश्चात शाम 5 बजे से जवारे विसर्जन किया गया। उल्लेखनीय है कि मां ज्वालाधाम उचेहरा में नवरात्र पर्व के दौरान देश के कोने कोने से भारी भक्तों में सवार नजर आई जिनका आराधना उपस्थित जन समूह के द्वारा किया गया। उल्लेखनीय है कि मातारानी एकत्र कर मंदिर प्रांगण से जुलूस आरंभ किया गया जिसमें मां काली नृत्य और पारंपरिक नृत्य दर्शकों के लिए आकर्षण का केंद्र बना रहा। इस दौरान खेर माता में स्थापित जवारे कलश समूचे गांव का भ्रमण करते हुए मां ज्वाला के दरबार पहुंचा जहां संख्या में श्रद्धालुजन पहुंचते है जिनकी मातारानी सभी मनोकामना पूरी करती हैं। मंदिर के प्रमुख पुजारी भंडारी जी ने बताया कि मातारानी की महिमा अपरंपार है। जो भी भक्त माता के दरबार आकर अपनी अर्जी लगाते है मां उनकी सभी मनोकामना पूरी करती ज्वाला के दरबार में प्रतिवर्ष हजारों आस्था और मनोकामना के कलश स्थापित कराए जाते है। मध्यप्रदेश छत्तीसगढ उत्तरप्रदेश सहित अन्य राज्य के विभिन्न जिले से पहुंचे लोग माता के दरबार में अपनी अर्जी लगाते चले आ रहे हैं।