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शिव कथा अमृत व सुधा से भी बढ़कर है। आचार्य गोपाल कृष्ण उपाध्याय

( सिंगोली से ख्वाजा हुसैन मेवाती की रिपोर्ट) शिव कथा अमृत व सुधा से भी बढ़कर है। आचार्य गोपाल कृष्ण उपाध्याय समीपस्त गांव महुपुरापुरण स्थित सिमाड़ा बालाजी पर श्री नर्वदेश्वर शिव महापुराण कथा के तीसरे दिन सुतलिया परिवार द्वारा आयोजित महाशिवपुराण कथा में आचार्य श्री गोपाल कृष्ण उपाध्याय ने कहा कि। शिव कथा स्मरण मात्र से ही हम मोक्ष को प्राप्त कर सकते हैं। जिसका साक्षात उदाहरण बाबा अमरनाथ में आज भी मौजूद है। जहां बर्फ का शिवलिंग बनता है। वहां भी शिव कथा सुनने वाले कबूतर आज भी जिंदा है। शिव कथा ज्ञान धर्म व आध्यात्म के लिए ना होकर जीवन मरण के फेर से मुक्ति दिलाने वाली कथा,है। जो हमें मोक्ष प्राप्त करवाने के साथ अमृत्व प्रदान करती है। इस कथा के श्रवण मात्र से ही इंसान भवसागर को पार कर सकता है। आचार्य श्री ने आगे कहा कि भगवान भोलेनाथ इतने दयालु है। कि अपने भक्तों पर तुरंत व तत्काल प्रसन्न होकर उनकी हर मनोकामना पूर्ण करते हैं। भगवान शिव परम ब्रह्म है। और वह इतने दयालु व भोले हैं जो देवता हो या दानव जो भोलेनाथ की सच्ची श्रद्धा से भक्ति करता है। उनकी हर मनोकामना पूर्ण करते हैं। जीवन में हमें अहंकार व अभियान का त्याग कर भगवान भोलेनाथ की तरह दयालु भाव रखना चाहिए। क्योंकि दया धर्म का मूल है। मानव जीवन बड़ा अनमोल है इसे व्यर्थ में ना गंवाकर परमार्थ व परोपकार के कार्य कर धर्म व,भक्ति मैं लगाना चाहिए। दीन दुखियों की सेवा व जीव मात्र दया का भाव रखना चाहिए। तभी सही मायने में हम जीवन को सार्थक बना पाएंगे। इस संगीत मय शिव महापुराण कथा में धार्मिक भजनों पर भक्तजन नाचने व,थिरखने को मजबूर हो गए। इस कार्यक्रम में सुतलिया परिवार महुपूरापुरण के दुलीचंद धाकड़, नानालाल धाकड़, बंसीलाल धाकड़ पूर्व सरपंच पति, बाबूलाल धाकड़, डॉक्टर कैलाश धाकड़, कमलेश जी धाकड़, आदि ने अपना सहयोग दिया। इस कथा में समस्त ग्रामवासी व क्षेत्र वासियों का पूर्ण सहयोग रहा है। कार्यक्रम का सफल संचालन पंकज शर्मा उमेदपुरा द्वारा किया गया अंत में महाशिवपुराण की आरती कर प्रसाद वितरित की गई।

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