(सिंगोली से ख्वाजा हुसैन मेवाती की रिपोर्ट)*सेवानिवृत व्यक्ति अपने कार्य से होता है अपने कर्म से नहीं श्री गजभिए भैया* औद्योगिक प्रशिक्षण संस्था रामपुरा से 30 नवंबर को सेवानिवृत्ति हुए सुरेश कुमार गजभिए औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान रामपुरा से 30 नवंबर को 30 वर्षों से बाबू के पद पर कार्य कर रहे हंसमुख मिलनसार कभी किसी का मन दुखाने वाली बात न करने व सभी का सहयोग करने वाले सुरेश कुमार जी गजभिए भैया अपने कार्य से सेवा निवृत्त हुए इस अवसर पर भावुक शब्दों में श्री सुरेश कुमार गजभिए ने कार्यक्रम में कहां की संस्था में 30 वर्षों से यहां पर पदस्थ हूं लेकिन यहां पर जो मान सम्मान एवं प्यार सहयोग सभी स्टाफ का मिला उनका में सदा आभारी रहूंगा एवं बाकी समय परिवार के साथ शांति पूर्वक ईश्वर की कृपा से रहना चाहता हूं मेरे जीवन काल में कई उत्तर चढ़ाव आए हैं लेकिन आप सभी के सहयोग से उसका समाधान भी हुआ है सन 1991से औद्योगिक प्रशिक्षण संस्था रतलाम में पदस्थ हुआ था और 1994 में रामपुरा स्थानांतरण होकर आया था जब से यहीं रहकर आज दिन तक पदस्थ रहा इस अवसर पर संस्था के पूरे स्टाफ ने सुरेश कुमार गजभिए भैया का ढोल ढमाके एवं भव्य स्वागत पुष्पमाला एवं साफा श्रीफल से कर संस्था मैं कार्यक्रम आयोजित कर किया गया इस अवसर पर संस्था के बीएल पाटीदार ने भी सेवानिवृत हो रहे श्री गजभिए भैया के कार्य एवं व्यवहार पर प्रकाश डालते हुए कहा कि व्यक्ति को अपने जीवन में कुछ ना कुछ जिम्मेदारियां मिलती है उसे हम किस तरह से निभाएं वह अपने व्यवहार पर निर्भर करता है मुझे भी लगभग 7 वर्षों से श्री गजभिए जी के साथ कार्य करने का मौका मिला तो हर पल सहयोग हंसकर किया एवं कभी भी किसी से गलत बात नहीं कही मुझे भी बहुत कुछ सीखने को आपसे मिला है और भगवान महाकाल से प्रार्थना करता हूं कि बाकी का समय सुख समृद्धि से अपने परिवार के साथ बीते यही कामना करता संस्था के प्राचार्य ने भी अपनी बात कही कार्यक्रम के अंत में सभी का स्नेह भोज किया गया