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गोफ एरिया मे सुरक्षा के दृष्टिकोण से प्रबंधन के द्वारा की जा रही है खानापूर्ति, प्रशासन का ध्यान नहीं।

उमरिया जिले के नौरोजाबाद एसईसीएल जोहिला एरिया के चार नंबर पुरानी यु जी माइंस के बगल मे लगभग 10 एकड़ का क्षेत्र धीरे धीरे गोफ मे परिवर्तित हो रहा है जिस कारण कई मावेशी गोफ एरिया मे जाकर काल के गाल मे समा गए है इसके अलावा इस गोफ क्षेत्र से खोदरगवा और मुंडी खोली लगे हुए है जिस कारण लोगो का आवागमन गोफ क्षेत्र के रास्ते से होता है जिस कारण हमेशा ही इनके लिए भी खतरा बना रहता है आज तक जोहिला एरिया के कालरी प्रबंधन के द्वारा मवेशियों को गोफ एरिया मे प्रवेश न करने के लिए पुख्ता इंतजाम नहीं किए गए हैं सूत्रों की माने तो लगभग 35 वर्ष पूर्व एसईसीएल जोहिला एरिया के चार नंबर अंडर ग्राउंड माइंस से भारी मात्रा मे कोयले का उत्पादन होता था, उसी समय खदान मे आग लग जाने के कारण कोयला उत्पादन बंद कर दिया गया था, तभी पूरी कोयला खदान भी बंद हो गई थी, तभी चार नंबर खदान का करीब 8 से 10 एकड़ का एरिया धसकन प्रभावित क्षेत्र घोषित कर दिया गया था, और धीरे धीरे इस एरिया मे भारी मात्रा मे बहुत ही खतरनाक गोफ हो गए है इन गोफो मे कई मवेशी भी फ़सकर असमय ही काल के गाल मे समा गए, जानकारी के मुताबिक नौरोजाबाद का यह एरिया डेंजर जोन के नाम से भी जाना जाता है हालांकि एसईसीएल जोहिला एरिया के प्रबंधन के द्वारा काफी लम्बे अरसे पहले ही इस एरिया को गोफ एरिया घोषित कर दिया गया था,लेकिन गोफ एरिया के चारो तरफ सुरक्षा के दृष्टिकोण से पुख्ता इंतजाम नहीं किए गए थे अब जाके एसईसीएल जोहिला एरिया प्रबंधन के द्वारा गोफ क्षेत्र के चारों तरफ खतरे का साइन बोर्ड लगवा कर सुरक्षा के नाम में केवल खानापूर्ति की जा रही है।

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