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मां ज्वाला के दरबार में रामवनगवन एवं केवट संवाद की कथा सुनकर भाव विभोर हुए श्रोतागण।

उमरिया जिले के नौरोजाबाद से महज चार किलोमीटर की दूरी पर स्थित माँ ज्वाला धाम शक्ति पीठ उचेहरा के मंदिर प्रांगण मे चल रही श्री राम कथा के पाँचवे दिन कथा वाचिका देवी चंद्रकला के द्वारा रामवनगवन एवं केवट संवाद की कथा सुनाई गई। उन्होंने ने उपस्थित भक्तों को कथा सुनाते हुए कहा की राम जी सीता जी और लक्ष्मण सहित गंगा नदी पार कराने से पूर्व केवट ने श्री राम के पैर धोने की शर्त रखी, जिसके लिए हँसते हुए श्री राम को हाँ कर दी,गंगा नदी पार कराने के बाद केवट ने उतराई लेने से भी मना कर दिया और प्रभु श्री राम से बोले की यह प्रभु मैंने इस लौकिक सांसर मे आपको गंगा जी के एक तट से दूसरे तट मे जाने की सहायता की है मै ज़ब आपके धाम आऊंगा तो मुझे भव सागर से पार लगा देना, केवट के भक्ति पूर्ण चतुराई को समझकर प्रभु श्री राम ने प्रसन्नता व्यक्त की , इसके बाद व्यास पीठ के द्वारा प्रभु श्री राम के वन गमन का बड़ा ही ह्रदय स्पर्शी चित्रण किया, जिसे सुनकर भक्त भाव विभोर हो गए।

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