रिपोर्ट - पप्पू देतवाल। निंबाहेड़ा में दशा माता का पर्व बड़े ही हर्ष- उल्लास के साथ मनाया गया. माता के भक्तों यह पर्व अपने परिवार के साथ बड़ी ही श्रद्धा और आस्था के साथ मनाया. इस अवसर पर महिलाओं ने लक्ष्मी स्वरूपा पीली मिट्टी खदानों से खोदकर उनका पूजन कर घर लेकर आए इसके बाद इलाके के विभिन्न स्थानों पर पीपल की पूजा कर, घर परिवार में सुख समृद्धि की कामना की. महिलाएं सज धज कर हाथों में पूजा की थाली लिए शुभ मुहूर्त में पीपल की पूजा अर्चना करने के लिए पूजा स्थल पहुंची थी, जहां पूजन के लिए महिलाओं की दिनभर भीड़ लगी रही. पूजन के बाद महिलाओं ने अपने गले में पहने पीले धागे की पुरानी बेल को उतारकर, नया धागा पहना.पूजा स्थल पर माता की कहानियां सुनकर सभी व्रतियों ने अपना व्रत खोला. इस बार दशा माता का पर्व को लेकर महिलाएं अलग-अलग जगह पूजने का दौर चल रहा है . कई जगह दशामाता आज मनाई जा रही है. कई जगह कल मनाई जाएगी. ऐसा पहली बार देखने को मिला जबकि दशा माता का पर्व होली जलने के दसवें दिन मनाया जाता है. जिसमें महिलाएं पीपल की पूजा करती है और अपने परिवार में सुख समृद्धि की कामना को लेकर मंगल गीत गाती है. हालांकि इस बार दशा माता का पर्व दो भागों में बट चुका है निंबाहेड़ा नगर के माहेश्वरी मोहल्ला में स्थित प्राचीन पीपल वृक्ष पर महिलाओं की भारी भीड़ देखी गई जहां महिलाओं ने दशा माता का पूजन कर पीपल वृक्ष की परिक्रमा की एवं व्रत कथा सुनकर उत्सव मनाया