जावी - दीन दुखियों के शरण स्थल ऐतिहासिक श्री गुर्जरखेड़ा धाम जावी में प्रतिवर्ष अनुसार इस वर्ष भी चैत्र नवरात्रि की नवमी को पाती विसर्जन एवं छमाही भविष्यवाणी 30 मार्च गुरुवार को दोपहर 1 बजे होगी। उक्त संदर्भ में जानकारी देते हुए श्री गुर्जरखेड़ा धाम मन्दिर प्रबंध समिति एवं सेवादार समिति सदस्यों ने बताया कि प्रतिवर्ष अनुसार सर्वप्रथम मंदिर में विराजमान सभी देवी देवताओं का विधिविधान से पूजन अर्चन, हवन, नवदुर्गा स्वरूप नौं कन्याओं का पूजन एवं महाआरती होगी। तत्पश्चात श्री गुर्जरखेड़ा सरकार पधारेंगे और अन्य देवताओं की उपस्थिति में मंदिर की एक परिक्रमा कर बावड़ी के समीप आगामी 6 माह में घटित होने वाली घटनाओं, मौसम, बीमारियों, राजनीति एवं किसानों की उपज के भाव के उतार-चढ़ाव के बारे में भविष्यवाणी करेंगे। उक्त जानकारी श्री गुर्जरखेड़ा धाम मंदिर प्रबंध समिति प्रवक्ता दिलीप पाटीदार जावी ने दी।