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बच्‍चों को नशे से दूर रखना हम सब की नैतिक जिम्‍मेदारी है - डॉ के. के. जैन

नीमच। नशे से बच्‍चों का संरक्षण विषय पर परिचर्चा आयोजित नशा मुक्‍त भारत अभियान अंतर्गत नवांकुर संस्‍था समर्पण फाउण्‍डेशन एवं मंजूश्री महिला मण्‍डल द्वारा उपसंचालक सामाजिक न्‍याय विभाग श्री अरविन्‍द डामोर एवं नोडल अधिकारी व जिला समन्‍वयक जन अभियान परिषद श्री वीरेन्‍द्र सिंह ठाकुर के मार्गदर्शन में बच्‍चों का नशे संरक्षण विषय पर सामाजिक कार्यकर्ताओं के लिए परिचर्चा का आयोजन किया गया। आयोजन में मुख्‍य वक्‍ता जिला बाल संरक्षण समिति के सदस्‍य एवं किशोर न्‍याय बोर्ड के पूर्व सदस्‍य डॉ. के. के. जैन, समर्पण फाण्‍डेशन के उपाध्‍यक्ष श्री कपिल पंवार, मंजूश्री महिला मण्‍डल की अध्‍यक्ष श्रीमती रतन योगी, स्‍वास्‍थ्‍य विभाग की पोषण प्रशिक्षक श्रीमती ममत योगी व जन अभियान परिषद के श्री ताराचंद पाईवाल उपस्थित थे। डॉ जैन ने कहा कि वर्तमान समय में स्‍क्‍ूली बच्‍चे असामाजिक तत्‍वों के बहकावे में आकर नशे की ओर आकर्षित हो रहे है जो कि हम सभी के लिए चिंता का विषय है, बच्‍चों को नशे की ओर ले जाना एवं उनसे गुटखा, बिडी सिगरेट, पाउच, तंबाकू, दारू जैसे पदार्थ मंगवाना भी किशोर न्‍याय अधिनियम अंतर्गत अपराध की श्रेणी में आता है। बच्‍चों को नशे से दूर रखना हम सब की नैतिक जिम्‍मेदारी है क्‍योंकि ये देश का भविष्‍य है। बच्‍चे हमारे हो या पडोसी के, सभी के प्रति हमें अपनी सामाजिक जिम्‍मेदारी निभाना है, देश के नैनिहालों को नशा नहीं अच्‍छी शिक्षा, पोषण, संस्‍कार की आवश्‍यकता है जिसमे आप जैसे सामाजिक कार्यकर्ताओं की महत्‍वूपर्ण भूमिका है। स्‍कूलों के 100 मीटर के दायरे में नशीले पदार्थो गुटखा, बिडी सिगरेट, पाउच, तंबाकू, दारू की दुकाने भी नहीं होना चाहिए यदि है तो प्रशासन को सूचित करें एवं ऐसी दुकाने बंद करवाने की पहल करें। समर्पण फाउण्‍डेशन के उपाध्‍यक्ष कपिल पंवार ने कहा कि सामाजिक कार्यकर्ता होने के नाते जन जागरूक्‍ता करने के साथ ही हमें शासन-प्रशासन को भी समय-समय पर अपनी नितियों में बदलाव करने एवं नशा मुक्ति के लिए प्रावधान बनाने हेतु सूचित करते रहना चाहिए नशा मुक्ति आसान नहीं है परंतु असंभव भी नहीं है। पोषक प्रशिक्षक श्रीमती ममता योगी ने नशे से होने वाले सामाजिक, आर्थिक नुकसानों एवं पारिवारिक कलह पर प्रकाश डालते हुए महिलाओं एवं बच्‍चों को विशेष रूप से जागरूक करने के लिए मार्गदर्शन दिया। परिचर्चा में प्रतिभागियों द्वारा अपने-अपने विचार एवं प्रश्‍न रखे जिनका वक्‍ताओं द्वारा समाधान कर मार्गदर्शन दिया गया एवं अंत में सभी को नशा मुक्ति की शपथ दिलाई। संचालन एवं आभार जन अभियान परिषद के लेखापाल पवन कुमरावत ने किया।

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