Neemuchhulchal रिपोर्टर✍️(निर्मल मूंदड़ा रतनगढ) 2001में संसद पर आतंकी हमला होने के बाद सेना द्वारा गठित स्पेशल आपरेशन पराक्रम सेन्य टीम में हुए थे। शामिल आज कहने के लिए तो देश सेवा,जन सेवा की भावना तो सभी देशवासियों के ह्रदय मे हिलौरे ले रही है।लैकिन जब घर परिवार रिश्ते नाते व अपने गांव,शहर को छोडकर मातृभूमि की रक्षा करने की बारी आती है।और सेना मे भर्ती होकर सैनिक बनकर देश की बार्डर पर जाकर देशवासियों की रक्षा करने की बारी आती है।तो अधिकांश अपने पैर पिछे खींच लेते है।ग्रामीण क्षेत्रों मे आज भी बिरले ही एसे घर परिवार होते है।जो खुशी खुशी अपने लाल को देश की रक्षा के लिए सेना मे भेजने के लिए राजी होते है।लैकिन जब छोटे से गांव कस्बे मे एक ही परिवार मे पहले पिता और बाद मे दो पुत्र जब देश सेवा जन सेवा की भावना को मन मे लेकर सैना मे भर्ती होते है।तो यह घर परिवार ही नही ग्राम वासियों के लिये भी बडे गर्व की बात हो जाती है।जो गांव के दूसरे युवाओं के लिये भी प्रेरणा स्रोत बनते है।निश्चित रुप से एसे परिवार की तारीफ करना आवश्यक हो जाता हैं।आज हम बात कर रहे है।नीमच जिले के सिंगोली तहसील क्षेत्र में अरावली पर्वत की तलहटी मे बसे छोटे से कस्बे रतनगढ के माली समाज के एक ऐसे परिवार में जन्मे युवक प्रेम सागर सैनी की।जो दिनांक 31 जनवरी 2024 बुधवार को 24 वर्ष की भारतीय सेना मे अपनी बेहतरीन सेवा अवधि की समाप्ति के पश्चात नायब सुबेदार के पद पर पदस्थ रहते सेवा निवृत्त हो रहे है।इनके परिवार मे जहां इनके पिता भारतीय सेना के रिटायर्ड सैनिक है।तो एक बडे भाई अभी भी सैना मे अपनी सेवाए दे रहे है।विस्तृत जानकारी के अनुसार रतनगढ निवासी माली समाज के होनहार युवक प्रेम सागर सैनी की भारतीय सेना में दिनांक 7 जनवरी 2000 में महाराष्ट्र के अहमद नगर में सीआईएच (सैनिक) के पद पर जॉइनिंग (नियुक्ति)हुई थी।इसके पश्चात श्री प्रेम सागर सैनी ने अपनी 24 वर्ष की सेवा अवधि के दौरान देश के कई राज्यो मे सेना मे अपनी सेवाएं प्रदान की।जिसमे प्रमुख रुप से 2002 में फलौदी जोधपुर राजस्थान मे,2004 मे झारखण्ड रांची मे, 2005 मे पंजाब के भटिंडा मे,2007मे जम्मू काश्मीर के जेंडगे मे,2008 में जम्मू काश्मीर राज्य के जम्मू की स्पेशल फोर्स मे,2011में पंजाब के अमृतसर मे,2013 मे पंजाब के पटियाला मे, 2019 मे महाराष्ट्र के अहमद नगर मे, 2022 मे राजस्थान के जोधपुर मे अपनी सेवाएं सेना मे प्रदान की।एवं 2024 मे पुनः महाराष्ट्र के अहमद नगर मे भारतीय सैना मे नायब सुबेदार के पद पर पदस्थ रहते हुए 24 वर्ष की सेवा अवधि की समाप्ति के पश्चात बुधवार दिनांक 31 जनवरी 2024 को सेवा निवृत्त हो रहे है।श्री सैनी को इनकी काबिलियत के चलते 2001 मे भारतीय संसद पर आतंकीयो द्वारा किए गए हमले के बाद गठित स्पेशल आपरेशन पराक्रम टीम में भी शामिल किया गया था।इसके साथ ही सेना में अपने कार्यकाल के दौरान 9 वर्ष,12 वर्ष एवं 15 वर्ष की सेवा अवधि पूर्ण होने के दौरान भी भारतीय सेना के वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों द्वारा 3 बार स्पेशल सैन्य अवार्ड से भी सम्मानित किया गया था।जहां क्षेत्र मे फौजी काका के नाम से प्रसिद्ध प्रेमसागर के पिता रामचंद्र सैनी एक रिटायर्ड सैना के जवान है।तो वही इनके बड़े भाई सतीश चंद्र सैनी भी सैना में सब इंस्पेक्टर के पद पर कार्यरत रहते हुए छत्तीसगढ़ के नक्सली ईलाके बिजापूर करोली में वर्तमान मे अपनी सेवाएं दे रहे हैं।वही दूसरे बडे भाई राजेंद्र कुमार सैनी भी जन स्वास्थ्य रक्षक की डिग्री के साथ चिकित्सा के क्षेत्र मे आमजन की स्वास्थ्य सेवाओं को सुधारने की जिम्मेदारी का बखूबी निर्वहन कर रहे है।निश्चित रूप से श्री सैनी एवं इनका परिवार क्षेत्र के अन्य युवाओं के लिये भी प्रेरणा के स्त्रोत है।