Neemuchhulchal ✍️✍️ (रिपोर्टर मनोज खाबिया) नीमच जिले में काला सोना के नाम से प्रसिद्ध अफीम का लुआई चिराई का काम मां काली की पुजा कर नाणा के साथ अफीम किसानों ने प्रारंभ किया। उक्त अवसर पर नगर वसुली पटेल राजेंद्र पटेल ने नगर के नंबरदार मुखिया जसवंत भोपा के खेत पर लुआई करते हुए बताया कि किसान बहुत मेहनत करता है जब अफीम दुध के रूप में लुए पर आती हैं और उसे एकत्रित करते हैं।इस अवसर पर अफीम के खेत पर पर एक अनोखी पहल अफीम को बचाने के लिए देखने को मिली किसान के द्वारा 10 आरीके पट्टे को पूरी बचाने के लिए खेत में लकड़ी के डंडे लगाकर रस्सी से पूरे खेत में अफीम के पौधों प्लांट को इस तरह बांध दिया की हवा चलने पर पौधा जमीन पर नहीं गिरें।किसान गिरजा शंकर मालवीय ने बताया इस तरह के कई बचाव हेतु महत्वपूर्ण प्रयोग भी किया जाता है।नीमच जिले में अफीम की फसल की पैदावार होती है साथ ही अफीम की सुरक्षा को लेकर हमेशा चिंतित रहना पड़ता है। विनोद मालवीय ने बताया अफीम की फसल को बचाने के लिए किसानों को नाना प्रकार के हथकंडे अपनाने पढ़ते हैं ताकि फसल को सुरक्षित रखा जा सके किसान नरेंद्र मालवी धन्ना ने बताया अफीम किसान लगातार अफीम के उत्पादन पर ध्यान दे रहा है एवं लुवाई चिराई का कार्य क्षेत्र में शुरू होने से खेतों पर रात दिन रह रहा है। किसान यशवंत भोपाल मुखिया लंबरदार ने कहा है की लुवाई चिराई से पहले किसान अफीम पट्टे के प्लांट पर जाते हैं जहां पर अफीम के खेत पर मां काली की पूजा अर्चना करते हैं इसके बाद काला सोना अफीम निकालने का कार्य प्रारंभ किया जाता है। क्षैत्र में इस बार पट्टे अफीम निकालनें के अलावा सीपीएस पद्धति वाले भी हैं जिनके चीरे नहीं लगायें जातें हैं।