Neemuchhulchal ✍️✍️ (रिपोर्टर हुकुम सिंह) उमरिया जिले के नौरोजाबाद रेलवे स्टेशन मे ट्रैनो के ठहराव के लिए रेल रोको संघर्ष समिति नौरोजाबाद के द्वारा महाप्रबंधक दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे जोन बिलासपुर के नाम का ज्ञापन स्टेशन मास्टर नौरोजाबाद को सौपा गया, गौरतलब है की नौरोजाबाद रेलवे स्टेशन कटनी और बिलासपुर के बीच एक मात्र स्टेशन है जहाँ से सबसे ज्यादा राजस्व सरकार को जाता है इसके बाबजूद भी हमेशा ही सरकार के द्वारा नौरोजाबाद रेलवे स्टेशन के साथ सौतेला व्यवहार किया जाता है नौरोजाबाद रेलवे स्टेशन मे कोरोना काल के पूर्व जिन ट्रैनो का ठहराव होता था, उन ट्रेनों का ठहराव सरकार द्वारा कोरोना काल मे बंद कर दिया गया था, कोरोना काल के बाद ज़ब स्थिति सामान्य होने के बाद,जिन ट्रैनो का परिचालन प्रारंभ हुआ. उनमे से कुछ ट्रेनों का ठहराव ही रेलवे स्टेशन नौरोजाबाद मे होता है बाकी ट्रेनों का ठहराव आज तक नौरोजाबाद रेलवे स्टेशन मे नहीं किया गया है जिस कारण नौरोजाबाद और आसपास के क्षेत्र के लोग अपने आपको.ठगा महसूस कर रहे है नौरोजाबाद रेलवे स्टेशन लगभग सैकड़ो गांव का केंद्र बिंदु है नौरोजाबाद रेलवे स्टेशन में ट्रैनो के ठहराव न होने के कारण आने जाने वाले छात्रों को, मजदूरों को, मरीजी को, भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है इसके आलावा भी नौरोजाबाद रेलवे स्टेशन से एस ई सी एल का जोहिला एरिया भी लगा हुआ है जिसके अंतर्गत कई कोयला माइंस संचालित है जहाँ पर देश देश के कोने कोने के लोग कार्य करते है और कॉलोनीयों में निवास भी करते हैं नौरोजाबाद रेलवे स्टेशन मे ट्रैनो का ठहराव न होने के कारण भी जोहिला एरिया के माइंसो मे कार्यरत श्रमिकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है इसके इसके अलावा नौरोजाबाद रेलवे स्टेशन से महज 4 किलोमीटर दूर प्रदेश मे ख्याति प्राप्त ज्वाला धाम उचेहरा मंदिर भी है माँ ज्वाला का दर्शन करने श्रद्धालु भारत के कोने-कोने से आते हैं नौरोजाबाद रेलवे स्टेशन मे ट्रैनो का ठहराव न होने के कारण श्रद्धालुओं को आने जाने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है