Neemuchhulchal ✍️✍️ ( मनोज खाबिया की रिपोर्ट) बीना कारण कोई कार्य नहीं होता हर कार्य के पिछे कारण जरूर होता लेकिन हम कार्य को ही देखकते है। उक्त बात मनासा बाहुबली धाम प्रतिष्ठा का कार्य पुर्ण कर मनासा से उग्र विहार कर प्रथम बार कुकडेश्वर की धन्य धरा पर अल्प समय के प्रवास पर पधारे दिगम्बर संत 108 श्री विश्वास सागर जी मसा ने जैन उपाश्रय में आर्शीवचन देते हुए जिनवाणी माता को प्रणाम कर फरमाया कि हर कार्य निमित्त से होता है आपने कहा माता सीता को वनवास का हुक्म राजा राम में दिया जिसका दोष लोक लाज व राम को देते हैं जैन रामायण व जिनवाणी कहती हैं की पुर्व भव में सीता ने दिगम्बर संत को दिया कष्ट उदय में आया आपने कहा कहने का तात्पर्य यह है कि हर कार्य में कारण होता है निमित्त बनते हैं लेकिन उसके पिछे का कारण नियती नहीं देखते आप ने कहा कि हमें कार्य के कारणों को जान लेने से कष्ट नहीं होगा शांति व सन्मति मिलेगी। कुकडेश्वर सकल जैन श्री संघ के भाग्य खुले प्रथम बार धरा धन्य हुई दिगम्बर मुनि के पधारने से आप के विहार में मनासा के कई जैन श्रावक श्राविका साथ थे कुकडेश्वर से भी संघ ने विहार सेवा का लाभ लिया व बस स्टैंड पर चरणों का अभिषेक कर जय घोष के साथ प्रवेश हुआ आप का प्रातः सात बजे विहार रामपुरा की और होगा।