Neemuchhulchal ✍️✍️✍️✍️ ( रिपोर्टर हुकुम सिंह) उमरिया। स्निफर डाग 'वैली' की मौत के बाद बांधवगढ़ आई 'माया' ने शिवपुरी में आयोजित फ्रेशर प्रशिक्षण में दूसरा स्थान प्राप्त किया है। पहला स्थान संजय टाइगर रिजर्व के डाग 'अपोलो' को प्राप्त हुआ। 'माया' ने शिवपुरी में प्रदेश स्तर पर होने वाली फ्रेशर ट्रेनिंग में हिस्सा लिया था, जहां उसने सभी टास्क पूर्ण करते हुए खुद को शीर्ष दो में बनाए रखा। बता दें कि प्रदेश के अलग-अलग जिलों में कार्यरत 17 डाग स्क्वाड प्रशिक्षण में शामिल हुए थे। इस दौरान डाग हैंडलर और सहायक हैंडलर का भी प्रशिक्षण हुआ। जबलपुर से लाई गई 'माया' बांधवगढ में वन अपराध को रोकने के लिए पार्क अधिकारियों और कर्मचारियों की मदद कर रही है। इससे पहले स्निफर डाग वैली अपनी सेवाएं दे रही थी, जिसकी पिछले साल 21 दिसंबर को मौत हो गई थी। ढाई वर्ष की 'माया' बेल्जियम नस्ल की डाग है, इसकी स्फूर्ति और सूंघने की क्षमता जबरदस्त है। सत्रह डाग में दूसरा स्थान यहां यह खास बात है कि प्रदेश के अलग-अलग जिलों में कार्यरत समस्त 17 डाग स्क्वाड इस प्रशिक्षण में शामिल हुए थे। इस दौरान डाग हेंडलर और सहायक हेंडलर का भी प्रशिक्षण हुआ। इस प्रशिक्षण में बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के डाग हेंडलर राजेश मेहरा और सहायक हेंडलर अशोक प्रधान ने भी डाग माया के साथ प्रशिक्षण लिया। इतना ही नहीं दो अन्य ट्रेनर के साथ बांधवगढ़ के सहायक मास्टर ट्रेनर राजकुमार मिश्रा ने सभी 17 डाग एवं डाग हेंडलर और सहायक हेंडलर को प्रशिक्षित किया।