(महेंद्र सिंह राठौड़) सिंगोली :- नगर के उभरते कवि कई राष्ट्रीय अंतर्राष्ट्रीय मंचो पर अपनी ओजस्वी वाणी से देशभक्ति,गौमाता,एवं धर्म कि चेतना पर दंबग आवाज से श्रोताओं के दिल पर राज करने वाले युवा कवि गिरीराज गंभीर ने लोकसभा चुनावों में मतदाता को मतदान करने के प्रति जन जाग्रति के लिए कविता के माध्यम से शब्दो की माला पिरो अपील करते हुऐ अपील की ******* मतदान अपील ***** 1.भूख गरीबी और महँगाई,इन पर करना चोट गहरी l बिजली पानी परिवहन,इन पर भी उम्मीदें ठहरी ll झूठ कपट छल प्रपंच ना हो ,हुकूमत ना हो अंधी बहरी l बैरियों का वक्ष चीर दे,प्रजातंत्र के प्रबल हो प्रहरी ll तुझे एक वोट की ताकत का,अधिकार बताना जरूरी है l जागों हे मतदाताओं ! मतदान बहुत जरूरी है ll 2.लोकतंत्र का महापर्व,हम मिल-जुलकर मनाएँगें l गली मोहल्ले घर-घर जाकर, मतदान की अलख जगाएँगें ll लोभ लालच बहकावे में,हम कभी ना आएँगें l दिव्यांग जन वृद्ध नर-नारी,इनका भी मतदान कराएँगें ll कोई मतदाता रुठे ना,कोई मतदाता छूटे ना,ये ध्यान लगाना जरूरी है l जागों हे मतदाताओं ! मतदान बहुत जरूरी है ll 3.दान की महिमा बड़ी निराली,ये मौका दुर्लभ आता है l नैत्रदान कन्यादान,कोई देहदान कर जाता है ll पर लोकतंत्र में मतदाता ही,महादानी कहलाता है l मतदान करने वाला व्यक्ति,भारत का भाग्य विधाता है ll मतदान करूँगा ये प्रण है,नहीं कोई मजबूरी है l जागों हे मतदाताओं ! मतदान बहुत जरूरी है ll कवि गिरीराज गंभीर सिंगोली ( म.प्र. )