*आज का विचार में आज ख़ास , वर्तमान युग में बच्चों का सही ठंग से लालन पालन करना बहुत ही कष्टदायक हैं :--* _प्रिय पाठकों ? सन्सार में इंसान के जीवन में गृहस्थ जीवन बहुत ही महत्वपूर्ण हैं । यदि इंसान गृहस्थ जीवन को नही अपनाता हैं तो वह इंसान साधु संत ,फ़क़ीर बन कर लोगों को शिक्षा देतें हैं , या देश में राजनीति करतें हैं ।_ ???????????????????????????????? *इंसान का वंश आगे बढ़ाने के लिए औलाद महत्वपूर्ण :--* _इंसान की शादी के बाद जब उसके यहां औलाद नही होती हैं तो वह इंसान बच्चों के लिए कई डॉक्टरों को दिखाते हैं व उसके बाद जगह जगह धार्मिक स्थलों_ _पर जाकर मान मन्नतें मांगते हैं । उसके बाद आजकल तो हर कोई डॉक्टर सीज़र ऑपरेशन करने का कहता है ताकि मोटी धनराशि वसूल कर सकें । इसके बाद अगर औलाद ख़राब , निकम्मी या माता पिता की इज्ज़त नही करें तब उन बच्चों के माँ बाप पर क्या बीतती होगी , उनके दिलों पर तो मानो पहाड़ टूट जाता हैं ।_ _मुझ अब्दुल रशीद शेख़ रिटायर्ड टी आई इंदौर का कहना है कि_ *" बच्चों के आगे सच्चे माँ बाप असहाय हो जाते है बच्चों को क्या मालूम कि धूप में बाप व चूल्हे पर माँ जलती है तब कहीं जाकर औलाद पलती हैं " ।*