चिकीत्सकिय पैनल द्वारा पोस्टमार्टम के दौरान मृतक के शरीर पर मारपीट एवं गोली के निशान जैसा दिखाई देने से परिजन हुए आक्रोषित* *परिजनों ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर दोषी चौकी प्रभारी के निलंबन की कार्यवाही करने की मांग की* प्राप्त जानकारी के अनुसार रतनगढ़ थाना क्षेत्र के जाट ग्वालियर कला क्षेत्र में शनिवार को एक पिकअप वाहन मे सवार राजस्थान के शक्करगढ़ निवासी 1 व्यक्ति भूरालाल रैगर की रहस्यमय तरीके से मौत हो गई।जहां पुलिस ने इसे एक्सीडेंट में हुई मौत बताया।तो वही परिजनों ने इसे पुलिस कस्टडी में हत्या का मामला बताया।मीडिया को दिए बयान के दौरान मृतक के पुत्र एवं परिजनों ने पुलिस पर आरोप लगाया कि जब शनिवार दोपहर 3:00 बजे हुए एक्सीडेंट में भेरूलाल रेगर की मौत हो गई थी। तो देर रात 8:00 बजे उसे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र रतनगढ़ पर क्यों लाया गया। इतनी देर उसे कहां रखा गया। परिजनों ने पुलिस पर यह भी आरोप लगाया कि सीसीटीवी फुटेज के अनुसार पिकअप वाहन को शनिवार सुबह 5 बजे ही पुलिस चौकी जाट लाया जा चुका था। तो फिर दोपहर 3 बजे इस पिकअप वाहन का एक्सीडेंट कैसे हो गया।परिजनों ने जाट पुलिस पर इसे साजिश करार देते हुए हत्या को एक्सीडेंट का रूप देने का आरोप लगाया।पीएम के दौरान मृतक के शरीर पर गंभीर मारपीट एवं गोली जैसा निशान दिखाई देने पर परिजन आक्रोशित हो गए। काफी मशक्कत एवं समझाइश के बाद पीएम हुआ। इस दौरान मृतक के परिजनों के द्वारा मीडिया कर्मियों को सीसीटीवी फुटेज भी प्रदान की।जिसमें साफ दिखाई दे रहा है।कि मृतक एवं पिकअप वाहन को पुलिस शनिवार सुबह पुलिस चौकी पर पकड़ के लाई थी। इसके पूर्व शुरुआत में मृतक के परिजन जिला चिकित्सालय नीमच में ही चिकीत्सकिय पैनल द्वारा पीएम कराने पर अड़े रहे। लेकिन बाद में समझाइश के पश्चात रतनगढ़ में पैनल द्वारा वीडियो ग्राफी के साथ मृतक के परिजनो मे से एक व्यक्ति की मौजूदगी में मृतक का पीएम कराने पर राजी हुए।इस दौरान रतनगढ़ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर सुबह से लेकर सायं 4:00 बजे तक भारी गहमा गहमी का माहौल बना रहा एवं मृतक के शरीर से भी बदबू आने लगी। इस दौरान जावद क्षेत्र के सभी थाना क्षेत्र सिंगोली, डिकैन, सरवानिया महाराज, जावद आदि के थाना प्रभारी एवं पुलिस बल सहित नीमच से स्पेशल वज्र वाहन भी रतनगढ़ पहुंच गया।सायं 4:00 बजे पीएम के बाद मृतक के शव को उनके गांव ले जाया गया। इस दौरान एडिशनल एसपी नवल सिंह सिसोदिया,जावद एसडीओपी निलेश्वरी डाबर, रतनगढ़ थाना प्रभारी भुवानसिंह गौरे,नायब तहसीलदार शत्रुघ्न चतुर्वेदी,कस्बा पटवारी विनय तिवारी आदि प्रशासनिक अधिकारी दल बल के साथ पूरे समय मौजूद रहे। अब देखना यह है।कि निष्पक्षता से जांच होकर मृतक के परिजनों को न्याय मिलता है या नहीं