निम्बाहेड़ा। नगर पालिका निम्बाहेडा के नाम से फर्जी पटटा जारी कर ठगी करने वाले। आरोपी को कोतवाली निम्बाहेड़ा थाना पुलिस ने गिरफतार किया है। गिरफ्तार आरोपी थाने के टोप-10 मे वांछित में शामिल हैं। पुलिस अधीक्षक सुधीर जोशी ने बताया कि निम्बाहेड़ा नगरपालिका के अधिशासी अधिकारी सौरभ जिन्दल ने थाने पर दी रिपोर्ट में बताया कि निम्बाहेड़ा निवासी करण सिंह पुत्र हनुमान सिंह को स्वयं के नाम से 2800 वर्गफीट का कुटरचित पट्टा जावेद व मो. चान्द द्वारा दिया गया था। इसके लिये करण सिंह ने उन्हें पांच-छः किस्तो में कुल 15 लाख रूपये दिए। जब उसने नगरपालिका में उक्त तथाकथित पट्टे के बारे में जानकारी की तो उसे पता चला कि यह पट्टा पूर्ण तथ्य फर्जी है और नगरपालिका में कोई रसीद भी जमा नहीं है। सम्बन्धित आरोपी जावेद व मो. चान्द के खिलाफ आवश्यक कार्यवाही करने के लिए अनुरोध किया। नगरपालिका रिकार्ड में सम्बन्धित भूमी शाखा प्रभारी की रिपोर्ट अनुसार उक्त पट्टे का कोई रिकार्ड नगर पालिका में मौजूद नहीं है और न ही कोई पालिका में पत्रावली लगाई गयी है। सम्बन्धित के खिलाफ प्राथमिक दर्ज कर विस्तृत जांच कर अपराध कारित करने वालों के विरूद्ध सख्त कानूनी कार्यवाही करने हेतु रिपोर्ट दी गई। जिस पर थाना कोतवाली निम्बाहेड़ा पर धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज कर अनुसंधान एएसआई देवेन्द्र सिंह के जिम्मे किया गया। घटना को शीघ्र ट्रेस आउट करने के निर्देश दिए गये। एएसपी परबत सिंह व डीएसपी निम्बाहेड़ा बद्रीलाल राव पुलिस उप अधीक्षक निम्बाहेडा के निर्देशन में थानाधिकारी रामसुमेर मीना द्वारा सहायक उप निरिक्षक देवेन्द्र सिंह मय जाप्ता हैड कांस्टेबल हरविन्दर सिंह, कांस्टेबल हेमन्त कुमार की गठीत टीम द्वारा आसुचना सकलन कर एवं सूचना प्राप्त कर मामले में वांछित आरोपी सामुदायिक भवन के सामने ईशाकाबाद निम्बाहेडा निवासी 44 वर्षीय जावेद खान उर्फ मोहम्मद जावेद खान पुत्र मोहम्मद शफीक खान पठान को गुल नगरी ईदगाह के पास जयपुर किराना स्टोर के सामने वाली गली भीलवाड़ा से डिटेन किया गया। पुलिस पुछताछ में आरोपी जावेद ने बताया कि उसके द्वारा जारी पटटे पर चेयरमैन व अधिशाषी अधिकारी नगरपालिका निम्बाहेडा के हस्ताक्षरो वाले पटटे को स्केन कर पटटा जारी करना बताया, जिसे गिरफ्तार किया गया। आरोपी जावेद को थाना स्तर के टॉप 10 वांछित अपराधी में शामिल किया गया था। प्रकरण में आरोपी जावेद का पीसी रिमाण्ड प्राप्त कर अग्रिम अनुसंधान किया जा रहा है।