जिला मुख्यालय उमरिया में संचालित विद्यालयों में बच्चों को स्कूल वैन के माध्यम से घर से स्कूल तक लाने ले जाने का जिम्मा लगभग स्कूलों ने ही उठा कर रखा हुआ है। स्कूल वैन के चार्ज भी प्रत्येक अभिभावक से विद्यालय प्रबंधन के द्वारा वसूले जाते हैं। साथ ही नगर में कुछ स्कूल वैन कॉमन सर्विस के तहत चल रहे है.अभिभावकों से मोटी रकम वसूलने के बावजूद भी भी स्कूल वैन का रेगुलर मेंटेनेंस, फिटनेस और इंश्योरेंस पर विद्यालय प्रबंधन ध्यान नहीं देता है। उक्त मामले की पोल आज तब खुली जब जिला मुख्यालय उमरिया में आरटीओ विभाग के संयुक्त दल के द्वारा सुबह विद्यालय जाते समय चौक चौराहों पर औचक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान पाया गया की कई वन में तो क्षमता से अधिक बच्चों को बैठा कर बच्चों की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। वही आरटीओ उमरिया संतोष पॉल ने जानकारी देते हुए बताया कि ऐसे कई वन मिले हैं जिनकी इंश्योरेंस और फिटनेस तक नहीं है। इस तरह के3 स्कूल वैन और सड़क पर बिना फिटनेस परमिट के दौड़ रही पिकअप को जप्त किया गया पैसाहै. तीनों स्कूल वैन और पिकअप को कोतवाली उमरिया में खड़ा किया गया है. इन 3 स्कूल वैन पर हुई कार्यवाही ग्रामीण परिवहन के लिए रजिस्टर्ड एमपी 54 GP0115 को स्कूली बच्चों के परिवहन के लिए उपयोग में लिया जा रहा था. वहीं प्राइवेट वाहन के रूप में पंजीकृत वाहन क्रमांक एमपी 20 CL6892 को वैन में IPS School का लोगो लगाकर स्कूली बच्चों का परिवहन किया जा रहा था. वाहन क्रमांक एमपी 54T0406 टैक्सी वहां जिसमें बच्चों का परिवहन किया जा रहा था उसका ना तो फिटनेस था और ना ही परमिट वैलिड था. उक्त कार्रवाई के दौरान कटनी से सब्जी का परिवहन करके उमरिया लाने वाली पिकअप क्रमांक एमपी 21 G 3038 के औचक निरीक्षण के दौरान फिटनेस और परमिट न मिलने कारण जप्त किया गया है. वही 1 जुलाई को ग्राम बड़ेरी के पास एक ऐसी स्कूल बस को जप्त किया गया है, जिसका रजिस्ट्रेशन भी नहीं हुआ था. आरटीओ उमरिया संतोष पॉल ने जानकारी देते हुए बताया कि विद्यालय में बच्चों के परिवहन के लिए उपयोग में आने वाली स्कूल वैन का कमर्शियल पंजीकरण होने के साथ-साथ स्कूल का परमिट और परिवहन में उपयोग आने वाले वाहन का फिटनेस,इंश्योरेंस मासूम बच्चों की सुरक्षा की दृष्टि से अत्यंत आवश्यक है. उन्होंने आगे कहा जिला मुख्यालय उमरिया सहित जिले के सभी नगरीय केन्द्रों में जहां स्कूली वैन के माध्यम से बच्चों को लाने ले जाने का काम किया जाता है ऐसे सभी नगरीय और ग्रामीण क्षेत्रों में औचक निरीक्षण करके ऐसे तमाम वाहनों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।