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उज्जैन। महाकाल मंदिर में दर्शन कराने के नाम पर ठगी मामले में पुलिस ने 5 कर्मचारियों को जिला न्यायालय में पेश किया, न्यायाधीश ने सभी आरोपियों को 1 दिन का पुलिस रिमाण्ड दिया !

गिरफ्तार 5 आरोपियों में महाकाल मंदिर का आईटी सेल प्रभारी राजकुमार, जिला प्रोटोकॉल प्रभारी अभिषेक भार्गव, सभा मंडप प्रभारी राजेंद्र सिसोदिया, क्रिस्टल कंपनी के सुपरवाइजर ओम प्रकाश माली और जितेंद्र परमार शामिल, उज्जैन के विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन के नाम पर हुए घोटाले में पुलिस ने जांच के बाद 6 और नए कर्मचारियों को आरोपी बनाया है। इन 6 आरोपियों में से पुलिस ने 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर आज जिला न्यायालय में पेश किया । जहां पुलिस की ओर से शासकीय अभिभाषक ने 3 दिन का रिमाण्ड यह कहते हुए मांगा की आरोपियों की बैंक खाता डिटेल जुटाना है । इसके अलावा मोबाइल डाटा रिकवर करना है। ताकि रुपयों का ट्रांजैक्शन पता चल सके। वाट्सएप चेट भी रिकवर करना है। वही मामले में जिला न्यायालय ने आरोपियों को 1 दिन के पुलिस रिमांड पर सौंप दिया है। दरअसल घटना इस प्रकार है कि कुछ दिन पूर्व उत्तरप्रदेश और गुजरात के श्रद्धालुओं को बगैर रसीद के पैसे लेकर दर्शन कराने का मामला सामने आया था। उक्त मामले में महाकाल मंदिर समिति के दो कर्मचारी राकेश श्रीवास्तव और विनोद चौकसे के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर गिरफ्तार किया। दोनों आरोपियों को दो दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया। जहां पूछताछ में आरोपियों ने 6 और कर्मचारियों के नाम बताएं हैं। जिसमें से चार कर्मचारी महाकाल मंदिर समिति के हैं और दो कर्मचारी निजी सुरक्षा एजेंसी के है। जांच में अकाउंट ट्रांजैक्शन और व्हाट्सएप चैट से कई महत्वपूर्ण सुराग मिले है। 6 आरोपियों में महाकाल मंदिर का आईटी सेल प्रभारी राजकुमार सिंह, जिला प्रोटोकॉल प्रभारी अभिषेक भार्गव, सभा मंडप प्रभारी राजेंद्र सिसोदिया, भस्म आरती प्रभारी रितेश शर्मा, क्रिस्टल कंपनी के सुपरवाइजर ओम प्रकाश माली और जितेंद्र परमार शामिल है। इन नए 6 आरोपियों में से 5 को गिरफ्तार कर लिया गया है । एक आरोपी रितेश शर्मा फरार है। वहीं पूर्व में गिरफ्तार दो आरोपियों को जेल भेज दिया गया है।

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