नीमच।महेन्द्र उपाध्याय।अखिल भारतीय मंगल मुखी 10 दिवासिय राष्ट्रीय स्तर किन्नर महा सम्मेलन के आयोजन नीमच में भव्य स्तर पर किया जा रहा है आयोजन की शुरुवात जहा बुधवार को स्थानिय सुंदरम मैरिज गार्डन में समाज की कुलदेवी बोचर माता की स्थापना 9 दिवासिय अखण्ड ज्योत व खिचड़ी तुलाई से की गई वही शुक्रवार को चाक पूजन के साथ शहर में भव्य चल समारोह निकाला गया।उक्त संदर्भ में दलोदा से आई समाजसेवी हसीना बुआ ने जानकारी देते हुए बताया कि देश प्रदेश की सुख शांति व समृद्धि व पूर्वजो की याद में नीमच में किन्नर महाकुंभ का आयोजन किया जा रहा हैसागर मंथन, इस महाकुंभ में राजस्थान मध्य प्रदेश गुजरात महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश सहित भारत भर के किन्नर मेहमान शामिल हुए हैं इस माह कुम्भ की सबुरूवात बुधवार को बोचर माता की स्थापना व नौ दिवसीय अखंड ज्योत व खिचड़ी तुलाई से की गई थी।(सागर मंथन)महाकुम्भ कार्यक्रम की श्रंखला में आज शुक्रवार को नीमच घंटा घर के समीप स्थित नरसिंह मंदिर पर पूर्ण विधि-विधान से परंपरा अनुसार चाक पूजन किया गया तत्पश्चात बैंड बाजे व ढोलकी थाप पर नाचते गाते हुए चल समारोह प्रारंभ किया गया।चल समारोह घंटाघर से प्रारंभ होकर नया बाजार बारादरी रोडवेज बस स्टैंड होता हुआ नीमच सिटी रोड स्थित सुंदरम मैरिज गार्डन पहुचा जहा चल समारोह का समापन किया गया।चल समारोह का मार्ग में विभिन्न सामाजिक संस्थाओं व शहर वासियों द्वारा पुष्प वर्षा से स्वागत भी किया गया। चल समारोह में 8 बग्ग्गियो व लगभग 40 चार पहिया वाहनों में भारत भर से आये किन्नर मेहमान सवार थे।(सागर मंथन)चेला सुनीता दीदी व नीलम दीदी ने संयुक्त रूप से जानकारी देते हुए बताया कि किन्नर महाकुंभ को लेकर आज चाक पूजन के बाद शहर में चल समारोह निकाला गया था जिसमें नीमच की जनता व जजमानो द्वारा बहुत प्यार व स्नेहा दिया गया एवं स्वागत किया गया हम क्षेत्र की जनता के लिए यही दुआ करते हैं कि क्षेत्र में अमन चैन शांति सुख समृद्धि और एकता व भाईचारा बना रहे नीमच की जनता खुश रहे हर घर में खुशहाली हो इसी कामना को लेकर यह आयोजन नीमच में भव्य रूप से किया जा रहा है नीमच की जनता इस आयोजन की साक्षी बने और आयोजन को सफल बनाने में हमारा सहयोग करें।उक्त आयोजन में मुख्य रूप से अनीता दीदी मंदसौर,नीमच की गद्दी पर बैठे ज्योति बुआ,समाज सेवी हसीना भुवा दलौदा,चेला सुनीता दीदी नीमच, गौतमपुरा से आए बबीता बुआ,ब्यावर से किरण बुआ,पाली राजस्थान से रीटा बुआ,भोपाल से हाजी पूजा बुआ,भरतपुर से हाजी नीतू बुआ,जयपुर से हाजी श्री बुआ,परबतसर से राजकुमारी बुआ,अशोक नगर से चांदनी बुआ, प्रतापगढ़ से जूली बुआ, बदनावर से प्रेरणा बुआ कपासन से निलोफर बुआ मुख्य रूप से मोजूद रहे।