दो दिन से लगातार दोपहर बाद हो रही बारिश से जहाँ किसानों को मंडी मे अपनी उपज खुली जगह मे रखने से नुकसान हो रहा है। तो मंडी में बने कृषि उपज निलामी के शेडो मे व्यापरियों का माल भरा पडा है। हर बार बारिश में किसानों की उपज बारिश आने पर गिली हो जाती है। और शिकायत करने पर मंडी प्रशासन द्रारा खाना पूर्ति कर ली जाती है। ऐसे मे किसानों को नुकसान होता है। इस बार भी ऐसा ही हुआ अभी कृषि मंडी मे गेहूँ, चना,मैथी, की भारी आवक होने से सैकडो किसान अपनी उपज लेकर मंडी पहुच रहे है। और दो दिन से बारिश भी होने से किसानों की शेडो के बाहर पडी उपज गिली हो गयी है। जिसे अब मंडी व्यापारी नही खरीद रहे है। वही लहसुन मंडी मे किसानों व व्यापारियों के बीच विवाह होने पर डेढ घंटे तक निलामी बंद रही। तो जिसकी निलामी हो चुकी है। उसको भी किसान स्वयं बोरियो मे अपने हाथो से भरते दिखाई दिए । वही बारिश में गिली हुई उपज किसानों को वापस मंडी से ले जाना पडी ।जिससे किसान भारी आक्रोश मे दिखे ।वही मंडी सचिव मिटिंग मे उज्जैन गये हुए थे । .......................... बारिश होने पर कृषि मंडी मे किसानों की उपज भिगी है। मंडी प्रशासन को सूचना दी है की बारिश होने पर सुबह से ही किसानों का माल टीन शेड मे खाली करवाये । जिन व्यापरियों का माल यदि शेड मे पडा है। तो मंडी एक्ट के तहत कार्यवाही की जावेगी ।