रिपोर्ट दशरथ माली मनासा। घटना मनासा सिविल हॉस्पिटल की है जो बीते बुधवार गुरुवार 13,4,2023 की रात्रि का है जहां अस्पताल के शौचालय में एक नवजात शिशु मृत पड़ा मिला था जिसकी जानकारी किसी को नहीं थी जैसे कि अस्पताल लावारिस हो उस अवस्था में एक अंजान औरत नवजात शिशु को अस्पताल के भीतर बने शौचालय में छोड़ कर चली गई थी। जिसकी अस्पताल कर्मचारियों को भनक तक नहीं थी यह तो सफाई कर्मचारी की सुबह नजर पड़ी तब जाकर अस्पताल कर्मचारी की आंखें फटी की फटी रह गई व जिसकी अस्पताल प्रशासन व पुलिस प्रशासन ने कोई जवाबदारी या कोई जवाबदार बनने को तैयार नहीं था और प्रशासन अपना काम धीमी गति से कर ही रहा था कि अचानक कांग्रेश प्रवक्ता आईटी सेल दिनेश जी राठौड़ द्वारा सराहनीय कदम उठाया गया। कि 3 दिन बीत जाने के बाद भी नवजात शिशु जो मृत अवस्था में मिला था। इस और किसी अधिकारी कर्मचारी या पुलिस प्रशासन का ध्यान नहीं गया। तो श्री राठौर ने अनिश्चितकालीन अनशन का ऐलान किया वह 1 दिन का अनशन ही सही पर उनकी मेहनत रंग लाई और मनासा थाना प्रभारी आरसी डांगी के नेतृत्व में पुलिस ने मुजरिमों को आखिर पकड़ ही लिया नवजात शिशु जो मृत अवस्था में मिला था उसको आखिर इंसाफ मिल ही गया ।जोकि पिपलियारुंडी के बंजारा समाज के हैं। पुलिस ने सभी कर्मचारी नर्सेज आशा उषा आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और सभी कैमरे खंगाले गए जिसमें कुछ संदिग्ध की पहचान की गई। और उनको गिरफ्तार कर थाने में लाए। और कड़ाई से पूछताछ की गई तो वह औरत टूट गई और अपना जुर्म कबूल कर लिया। यह औरत मनासा। तहसील के ही पिपलिया रुंडी बंजारा समाज के हैं जहां करूलाल पिता जस्सा बंजारा व उसकी पत्नी भाभी व भतीजी के रूप में पहचान स्थापित हुई उपरोक्त आरोपियों के विरुद्ध भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराएं में अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना की जा रही है विवेचना के दौरान दो मुख्य आरोपी महिलाओं को अभिरक्षा में लेकर पूछताछ की गई जहां उन्होंने अपना जुर्म स्वीकार किया प्रकरण में महिला पुलिस अधिकारी द्वारा पूछताछ की जा रही है जिसमें और तथ्य उजागर होने की संभावना है सराहनीय कार्य थाना प्रभारी मनासा रामपुरा कुकड़ेश्वर चौकी प्रभारी कंजारा उपनिरीक्षक फतेह सिंह आंजना उपनिरीक्षक रंजना डाबर ओमनी भोपाल सिंह सावनी महेश गिरिया सावनी आनंद निषाद भंवर सिंह भूरिया अब्दुल अलीम एपीसी मधुकर तिवारी शेर सिंह लाल सिंह जितेंद्र डोलिया मंगलेश विशाल गंगवाल तेज सिंह सिसोदिया सोनगरा अनिल वह अन्य पुलिस कर्मियों का सराहनीय सहयोग रहा।