नीमच। राजस्थान की 456 साल पुरानी लोककला को संजोए और देश-विदेश में ख्याती अर्जित कर चुके उदयपुर जिले के ग्राम रुण्डेड़ा के मेनारिया समाज के लोक कलाकार 23अप्रेल को नीमच में शानदार प्रस्तुति देंगे। करीब 50 सदस्यों का दल नीमच की लाल माटी में राजस्थानी परम्परा की अमिट छाप छोडऩे आ रहा है। भगवान श्रीपरशुराम जन्मोत्सव पर 23अप्रेल को निकलने वाली भव्य शोभायात्रा में रुण्डेड़ा के लोक कलाकार मुख्य रूप से आकर्षण का केंद्र रहेंगे। उनकी प्रस्तुति देख दर्शक भी स्वयं को थिरकने से नहीं रोक पाते हैं। सकल ब्राह्मण कल्याण समिति के अध्यक्ष शैलेष जोशी ने बताया कि उदयपुर जिले के ग्राम रुण्डेड़ा के लोक कलाकार अपनी परम्परा को वर्षों से संजोए हुए हैं। राजस्थानी लोक कला से रूबरू होने के लिए हर साल हजारों पर्यटक ग्राम रुण्डेड़ा पहुंचते हैं। यह हमारा सौभाग्य है कि लोक कलाकारों ने राजस्थानी संस्कृति से नीमच की जनता को रूबरू कराने की सहमति प्रदान की। 23 अप्रेल को 50 सदस्यों का दल नीमच पहुंचेगा। इस दल की विशेषता है कि यह राष्ट्रप्रेम, बलिदान एवं राजस्थान की शौर्यगाथा को अपनी प्रस्तुति से सजीव रूप में प्रस्तुत करते हैं। कलाकारों की प्रस्तुति देश-विदेश में 'रुण्डेड़ा की प्रसिद्ध गेर के रूप में प्रमुख स्थान लिए हुए हैं। रविवार को भगवान श्रीपरशुराम जन्मोत्सव पर आयोजन शोभायात्रा में 'रुण्डेड़ा की प्रसिद्ध गेर मुख्य रूप से आकर्षण का केंद्र रहेगी। शहर के प्रमुख चौराहों और मार्ग पर राजस्थान से आए लोक कलाकार अपनी मनमोहक प्रस्तुति देंगे। *आज होंगे सांस्कृतिक कार्यक्रम* परशुराम जन्मोत्सव संयोजक इंजी राजेश चतुर्वेदी ने बताया भगवान श्रीपरशुराम जन्मोत्सव के तहत आयोजित दो दिवसीय कार्यक्रम में 22 अप्रेल को सुबह 5 बजे श्रीपरशुराम महादेव मंदिर एलआईसी चौराहा पर भगवान परशुरामजी का महाभिषेक एवम एवम हवन पूजन आचार्य पंडित घनश्याम जी शास्त्री चलदु एवम पंडित लक्ष्मण शर्मा के द्वारा मंत्रोचार से संपन्न किया जाएगा। तत्पश्चात प्रातः 8 बजे महाआरती होगी। सुबह 9 से 12 बजे तक मंदिर परिसर में ही विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी। शाम 5 बजे से अटल बिहारी वाजपेयी सभागृह टाउन हाल में सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। 23 अप्रेल को शाम 4 बजे रतन देवी मांगलिक भवन से भव्य शोभायात्रा निकाली जाएगी। शोभायात्रा प्रभारी गिरीश शर्मा ने बताया कि शोभायात्रा रविवार शाम ४ बजे प्रारंभ होगी। शोभायात्रा मांगलिक भवन से प्रारंभ होकर फिरोजशाह पेट्रोल पम्प, तिलक मार्ग, घंटाघर, पटेल प्लाजा, कमल चौक, भारत माता चौराहा होते हुए पुन: मांगलिक भवन परिसर में पहुंचेगी। शोभायात्रा में विशेष रूप से राजस्थान मेनारिया समाज की पराम्परिक लोककला 'रुण्डेड़ा की प्रसिद्ध गेर का कलाकार प्रदर्शन करेंगे। साथ ही निम्बाहेड़ा राजस्थान का प्रसिद्ध द मास्टर बैंड (हिंदू बैंड) द्वारा शोभायात्रा में धार्मिक एवं राष्ट्रप्रेम के गीतों पर विशेष संगीत की प्रस्तुति देते हुए साथ चलेगा। श्रीपरशुराम महादेव मंदिर मंदिर अध्यक्ष योगेश पंत ने बताया कि शोभायात्रा में मालवा की आतिशबाजी,उज्जैन महाकाल का सुगंधित त्रिकुंड चंदन लेप,प्रतापगढ़ राजस्थान की ढोल पार्टी के साथ भगवान श्री परशुराम जी का दिव्य रथ सबकी श्रद्धा का केंद्र रहेगा। परशुराम जन्मोत्सव समापन कार्यक्रम रतनदेवी मांगलिक भवन परिसर में होगा।